लंबे समय बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता स्मृति ईरानी (Smriti Irani) कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लेकर बात करती नजर आई हैं. उनका कहना है कि राहुल गांधी ने अपनी पॉलिटिक्स को बदला है और किसी को भी इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि वह बचकानी हरकतें करते हैं. स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी जो भी करते हैं उसका कोई मकसद होता है. इस बार के लोकसभा चुनाव में अमेठी से स्मृति ईरानी हार गई थीं और कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा जीते थे. चुनाव के बाद वह पहली बार राहुल गांधी को लेकर इतनी बातें करती दिखी हैं.


स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की पॉलिटिक्स से लेकर उनके हर कदम पर बात की और कहा कि उनके किसी भी हरकत को बचकाना नहीं समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी संसद में सफेद टीशर्ट पहनकर आते हैं तो उसके पीछे भी एक मकसद है. उनका पार्लियामेंट में ऐसे आना युवा पीढ़ी के लिए संदेश होता है, ताकि युवा उनसे कनेक्ट करें. 


स्मृति ईरानी ने कहा, 'मुझे लगता है कि राहुल गांधी की पॉलिटिक्स में चेंज आया है. उनको लगता है कि उन्होंने सफलता को चख लिया है. अगर आप देखेंगे कि कहां जाकर जाति को लेकर बोलते हैं, इतने साल की राजनीति में पहली बार वह इंस्ट्रूमेंटल बोल रहे हैं. वह संसद में सफेद टीशर्ट पहनते हैं. वह जानते हैं कि उस वाइट टीशर्ट का युवा पीढ़ी में वह क्या संदेश देना चाह रहे हैं. तो हम इस गलतफहमी में न रहें कि आपको अच्छा लगे, बुरा लगे या बचकाना लगे, लेकिन वह को जो भी कदम उठा रहे हैं वो अलग पॉलिटिक्स अब कर रहे हैं.'


एक इंटरव्यू में स्मृति ईरानी से सवाल किया गया था कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल, जो दो तरह की पॉलिटिक्स चल रही हैं, उनमें से ज्यादा खतरनाक पॉलिटिक्स कौन सी है. स्मृति ईरानी ने 'कंपेयरिंग एप्पलस टू ऑरेंजेस' मुहावरे का जिक्र करते हुए कहा कि ये बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा, 'दोनों एक ही इकोसिस्टम का हिस्सा हैं. राहुल गांधी को पता है कि आम आदमी पार्टी उनकी जगह खाने का प्रयास कर चुकी है और अब भी कर रही है. दोनों की पॉलिटिक्स अलग है क्योंकि एक के पास एक डायनेस्टिक इतिहास है और दूसरा क्लेम करता है कि वह आम आदमी है. एक करप्शन में पूरी तरह से डेंटेड है क्योंकि वह जेल में है. दूसरे का इकोसिस्टम इतना शार्प है कि आपको याद दिलाने नहीं देता कि उनका क्या इतिहास है.'


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