नई दिल्लीः लोकसभा में आज राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पर दिए बयान को लेकर एक बार फिर जमकर हंगामा हुआ. नौबत धक्का-मुक्की तक पहुंच गई. प्रश्नकाल के दौरान राहुल गांधी को केरल में प्रस्तावित एम्स हॉस्पिटल को लेकर सरकार से सवाल पूछना था. जैसे ही राहुल गांधी ने अपना सवाल पूछा, डॉक्टर हर्षवर्धन ने जवाब देने से पहले उनके बयान का हवाला देकर उसकी निंदा करते हुए बयान देना शुरू कर दिया. इसके बाद सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ.


प्रश्नकाल के तकरीबन अंत में जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष की ओर से नाम पुकारे जाने पर राहुल गांधी ने अपना सवाल पूछा. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने खड़े होकर कहा कि वह राहुल गांधी के सवाल का जवाब देने से पहले उनके प्रधानमंत्री पर दिए डंडे से मारे जाने वाले बयान कि निंदा करना चाहते हैं और राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.


वेल में पहुंचे कांग्रेस सांसद


हर्षवर्धन इस दौरान कागज पर लिखा बयान पढ़ने लगे. जिसे देखकर लगा कि वो पहले से इसकी तैयारी करके आए थे. बस यह देखते ही सदन में कांग्रेस के तमाम सांसदों ने विरोध में हंगामा मचाना शुरू कर दिया. इस दौरान कांग्रेस के कई सांसद वेल में आ गए और सत्ता पक्ष की ओर बढ़ गए.


केरल से कांग्रेस सांसद मानिक काम टैगोर वेल में उतर के पहले अध्यक्ष की कुर्सी के पास तक गए मगर अध्यक्ष ने उनकी तरफ नहीं देखा तो वह मंत्री हर्षवर्धन की तरफ बढ़ने लगे. बस यह देख बीजेपी के तमाम सांसद आगे आए और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मानिक काम टैगोर को पकड़ कर वहां से हटा दिया.


सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित


मानिक काम टैगोर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी सांसद ने उन्हें धक्का दिया. वो सिर्फ मंत्री के पास तक गए थे उनसे मांग करने कि वो ऐसा न करें. इस पूरे हंगामे में के दौरान मानिक काम टैगोर को आगे आए देख स्मृति ईरानी भी आगे बढ़ीं और हर्षवर्धन के वचाव में सामने आ गईं.


इस पूरे हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने उस वक्त सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. हालांकि, बाद में इसी मामले पर हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.


बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर इसपर शिकायत दर्ज कराई. राहुल गांधी खुद भी लोकसभा अध्यक्ष से मिले. कांग्रेस ने मांग की है कि हर्षवर्धन सदन में माफी मांगे और राहुल गांधी को निजी तौर पर स्पष्टीकरण दें.


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