Rahul Gandhi Gets Bail: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में सोमवार (3 अप्रैल) को सूरत की कोर्ट से जमानत मिल गई. गुजरात (Gujarat) की एक निचली अदालत ने बीते महीने राहुल गांधी को दोषी ठहराया था और दो साल की सजा सुनाई थी. जिसके बाद लोकसभा सचिवालय ने उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी थी. इस मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के बीच जोरदार जुबानी जंग हुई. आपको बताते हैं इस घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें.
1. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में अपनी दोषसिद्धि के खिलाफ सूरत की सेशंस कोर्ट में अपील दायर की. कोर्ट ने उन्हें जमानत देते हुए मामले की सुनवाई की अगली तारीख 13 अप्रैल तय की है. राहुल गांधी अपनी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ कोर्ट पहुंचे थे. कांग्रेस शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के अन्य राष्ट्रीय नेता और राज्य इकाइयों के नेता भी अदालत गए थे.
2. राहुल गांधी के सूरत जाने को लेकर उन पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि जब आपका ट्रायल चला तब आपने क्यों नहीं किया, आप अब डराने के लिए ये जो नाटक कर रहे हैं. मैं इसका खंडन करता हूं. कोर्ट ने जब आपको दोषी करार दे दिया, इसके बाद आप यह ड्रामा कर रहे हैं तो आप कोर्ट पर दबाव बनाने के लिए ही कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी पूरे के पूरे परिवार को देश से ऊपर मानती है. राहुल गांधी जो कर रहे हैं वह अदालत पर दबाव बनाने की बचकानी कोशिश है.
3. किरेन रिजिजू ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को अदालत की ओर से दोषी ठहराया गया तो कांग्रेस चुप थी. पी चिदंबरम और डीके शिवकुमार को भी समर्थन नहीं मिला जो जमानत पर बाहर हैं. केवल राहुल गांधी के लिए, कांग्रेस नाटक कर रही है क्योंकि वे एक परिवार को भारत और उसके कानूनों से ऊपर मानते हैं. अब तक वह (राहुल गांधी) अदालतों में पेश होने से बचते थे और अपनी व्यक्तिगत पेशी से छूट पाने के लिए वकीलों को खड़ा करते थे. अब वह जुलूस सूरत ले जा रहे हैं जब व्यक्तिगत उपस्थिति की आवश्यकता नहीं है. लोग और कोर्ट देख रहे हैं.
4. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वह इस तरह का आचरण कर रहे हैं मानों वह (राहुल गांधी) और उनका परिवार देश के कानून से ऊपर हैं. राहुल को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह भारत हैं और भारत राहुल है. आपको अदालत ने दोषी ठहराया था क्योंकि आपने ओबीसी समुदायों पर एक टिप्पणी की थी. आप ओबीसी को हल्के में नहीं ले सकते, आप उनका अपमान नहीं कर सकते. मत भूलिए जनजातीय समुदाय से आने वाली एक महिला देश की पहली राष्ट्रपति बनी हैं. भारत में ओबीसी समुदाय से प्रधानमंत्री हैं. हमारे मंत्रिमंडल में कई मंत्री उसी समुदाय से हैं.
5. पात्रा ने कहा कि 2019 में सूरत में एक सार्वजनिक रैली में अपनी जातिवादी टिप्पणियों के जरिए ओबीसी समुदाय का अपमान करने के बाद राहुल वहां जख्मों पर नमक छिड़कने जा रहे हैं. आप न्यायपालिका पर दबाव बना रहे हैं. आपको ओबीसी समुदाय के सदस्यों के खिलाफ अपशब्दों के लिए माफी मांगने का मौका दिया गया था, लेकिन इसके बजाय आप ओबीसी के खिलाफ इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों को बढ़ावा देने जा रहे हैं. राहुल गांधी को स्थानीय अदालत ने माफी मांगने का मौका दिया था. आपने (राहुल ने) कहा था कि आप (माफी) नहीं मांगेंगे. ऐसा अहंकार क्यों?
6. संबित पात्रा ने कहा कि जिस तरह आप लोगों ने न्यायपालिका पर हमला किया, भारतीय लोकतंत्र से इतनी नफरत क्यों? अब आप भारतीय लोकतंत्र का अपमान करने निकले हैं, धृष्टता तो देखिए. वहीं बीजेपी सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि ये क्या मतलब है कि मुख्यमंत्री कोर्ट में जा रहे हैं. ये नई परंपरा को शुरू कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण, शर्मनाक है. मुख्यमंत्री के रूप में मोदी जी से पूछताछ हुई थी तो क्या कार्यकर्ता निकले थे? सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दामाद जी (रॉबर्ट वाड्रा) से पूछताछ होती तो सब कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर आ जाते हैं. यह दरबारी संस्कृति है जो दुर्भाग्यपूर्ण है और न्याय व्यवस्था का अपमान है.
7. बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज छोटे सरकार तमाम लश्कर के साथ क्या करने गए थे? आप अपने अहंकार का प्रदर्शन करने गए थे कि हमारे अंदर अब भी कितनी ठसक है या अदालत पर दबाव बनाने गए थे. पिछड़े वर्ग के अपमान के लिए आप सीधे माफी मांग कर बात को खत्म कर सकते हैं. आप सामान्य रूप से अदालत में जा सकते थे. पीवी नरसिम्हा राव और डीके शिवकुमार भी सामान्य तौर पर कोर्ट में पेश हुए थे. न्यायालय के सामने इस प्रकार से शक्ति प्रदर्शन करना नैतिक व संवैधानिक दृष्टि, दोनों तौर पर गलत है. राहुल गांधी को सहजता से माफी मांगनी चाहिए.
8. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के आरोपों पर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने पलटवार करते हुए कहा कि अभी से कांप क्यों रहे हो? पहले अमित शाह कहते हैं कि राहुल गांधी सजा के खिलाफ न्यायालय में अपील क्यों नहीं कर रहे हैं? अब ट्रोल मंत्री कह रहे हैं कि राहुल गांधी न्यायालय में अपील करने खुद क्यों जा रहे हैं? साल 2015 में पूर्व वित्त मंत्री स्व अरुण जेटली जी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का केस करने पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचे थे. उनके साथ में मोदी मंत्रिमंडल के मंत्रियों की टोली, बीजेपी के नेता भी न्यायालय पहुंचे थे. तब एकजुटता के लिए गए थे या न्यायालय पर दवाब बनाने के लिए.
9. श्रीनिवास बीवी ने साथ ही ट्विटर पर अरुण जेटली और उनके साथ कोर्ट जाते बीजेपी नेताओं का एक पुराना वीडियो भी शेयर किया. वहीं कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि ये आदमी (किरेन रिजिजू) जो न्यायपालिका, न्यायाधीशों और पूर्व न्यायाधीशों को रोजाना धमकाता है और रोजाना बात करके इतिहास को विकृत करता है. मोदी काल में पाखंड की कोई सीमा नहीं है.
10. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि किरेन रिजिजू, लॉ मिनिस्टर के तौर पर आप एक मजाक हैं. क्या आप 2 प्रश्नों का उत्तर देना चाहेंगे? बाबरी मस्जिद की सुनवाई के दौरान पूरी बीजेपी कोर्ट क्यों गई? अरुण जेटली ने मानहानि का केस किया तब पूरी बीजेपी कोर्ट क्यों गई? दबाव बनाया जा रहा था. सस्ती बयानबाजी करना बंद कीजिए. इस देश के कानून मंत्री हैं आप, जो सच में दुर्भाग्य है.
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