Rahul Gandhi Defamation Case: मोदी सरनेम केस में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (4 अगस्त) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राहत देते हुए दोषसिद्धि तक सजा पर रोक लगा दी. कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को संविधान की जीत बताया गया. इस बीच बीजेपी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले पर प्रतिक्रिया में एक ट्वीट कर कहा, ''बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी? उनके खिलाफ कई मामले लंबित हैं.''
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता पर तंज कसते हुए कहा, ''राहुल गांधी भले ही इससे बच गए हों लेकिन कब तक? इससे पहले एक मौके पर सुप्रीम कोर्ट ने भी गलत तरीके से सर्वोच्च न्यायालय को एक टिप्पणी के लिए जिम्मेदार ठहराने के लिए उनकी खिंचाई की थी, जो उन्होंने नहीं की थी. इसके अलावा राहुल के खिलाफ कई अन्य आपराधिक मानहानि के मामले भी लंबित हैं.''
सावरकर पर कीचड़ उछालने का केस भी चल रहा है- अमित मालवीय
राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद उनकी लोकसभा सदस्यता बहाल होने का रास्ता साफ हो गया है. लोकसभा अध्यक्ष अब कांग्रेस नेता की सदस्यता को बहाल कर सकते हैं या फिर राहुल सांसद के रूप में अपनी सदस्यता बहाल करने की मांग कर सकते हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि उनके खिलाफ वीर सावरकर पर कीचड़ उछालने का हाईप्रोफाइल मामला भी स्वतंत्रता सेनानी के परिवार की ओर से दायर किया गया है.
बीजेपी नेता ने कहा, ''नेशनल हेराल्ड घोटाले में भी राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के साथ आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. इनमें से किसी भी मामले में दोषी ठहराए जाने पर गांधी को फिर से अयोग्य ठहराया जा सकता है.''
लालू और जयललिता जैसे नेताओं की भी गई सदस्यता- बीजेपी नेता
उन्होंने कहा, ''हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि लालू प्रसाद यादव और जे जयललिता जैसे दिग्गज नेताओं के भी सजा के चलते अयोग्यता का सामना करना पड़ा है. राहुल गांधी पर खतरा बना हुआ है लेकिन, अभी के लिए संसद उदारता के साथ कुछ कर सकती है.''
गौरतलब है कि 2019 में राफेल मामले को लेकर राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के टिप्पणी का हवाला देते हुए 'चौकीदार चोर है' का नारा दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़े इस नारे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को चेतावनी दी थी. इस मामले में कांग्रेस नेता ने सुप्रीम कोर्ट में बिना किसी शर्त के माफी मांगी थी, जिसके बाद अदालत ने भविष्य में उन्हें और अधिक सावधान रहने की हिदायत दी थी.
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