Modi Surname Case: मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (4 अगस्त) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाकर बड़ी राहत दी. सुप्रीम कोर्ट से मिली इस राहत पर राहुल गांधी ने उनका साथ देने वाले लोगों का धन्यवाद किया. वहीं, सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले पर बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं.
बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने राहुल गांधी को मिली राहत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता पर नरमी दिखाते हुए सजा पर रोक जरूर लगाई है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि उनको निर्दोष करार दे दिया है.
जिस कोर्ट पर सवाल खड़े किए, वहीं से मिली राहत- बीजेपी नेता
बीजेपी नेता सुशील कुमार सिंह ने कहा, ''ये अंतरिम राहत है. अभी सुप्रीम कोर्ट ने दोषसिद्धि होने तक सिर्फ सजा पर रोक लगाई है. ये वही लोग हैं, जो पहले सुप्रीम कोर्ट और जांच एजेंसियों पर सवाल खड़े करते रहे हैं. यहां तक कि संविधान के भी खतरे में होने का दावा करते रहे हैं. उसी कोर्ट से इन्हें राहत मिली है, अब ये क्या कहेंगे.''
कोर्ट न सही, सदन में मांग लें माफी- निरहुआ
बीजेपी नेता और सांसद दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने कहा, ''जब भी कोई संसद सदस्य चुना जाता है तो देश की जनता चाहती है कि वो सदन में भाग लें और नियम-कानूनों पर चर्चा करें. अगर वो आएंगे तो अच्छा है. वहां (सुप्रीम कोर्ट) माफी नहीं मांग रहे हैं तो यहां सदन में मांग लेंगे, क्योंकि किसी जाति, धर्म, संप्रदाय के बारे में कुछ गलत कह दिया तो माफी मांग लीजिए. लोग माफ कर देंगे.''
राहुल गांधी विदेश में कुछ भी दावा करें, देश में लोकतंत्र है- मनोज तिवारी
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा, ''राहुल गांधी ने अभी कोर्ट में जाकर अपनी गलती के बारे में बताया होगा. ये काम वो पहले कर लेते तो पहले भी इस तरह का फैसला आ सकता था, लेकिन वो इतने घमंड में चूर हैं कि अपनी गलती के लिए कोर्ट के सामने माफी मांगना उनके अहंकार को ठेस पहुंचाता है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला बताता है कि इस देश में लोकतंत्र है. फिर चाहे राहुल गांधी विदेश में जाकर कुछ भी कहें.''
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