Rahul Gandhi Defamation Case: 'हमारे बीच मतभेद हैं लेकिन...', राहुल गांधी की सजा के एलान पर अरविंद केजरीवाल
Rahul Gandhi Defamation Case: 2019 में राहुल गांधी कर्नाटक में लोकसभा चुनाव की रैली कर रहे थे. जहां उन्होंने कहा था कि सभी चोरों के सरनेम मोदी ही क्यों होते हैं.
Rahul Gandhi Defamation Case: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार (23 मार्च) को राहुल गांधी का समर्थन किया. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरनेम को लेकर किए कमेंट के मामले में आज सूरत की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने दो साल की जेल की सजा सुनाई है. जिसकी आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने निंदा की है. उन्होंने बीजेपी पर गुजरात और केंद्र में सत्ता होने की वजह से एक साजिश रचने का आरोप लगाया लगाया है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार गैर-बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुकदमा चलाकर उन्हें खत्म करना चाह रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ हमारे मतभेद हैं, लेकिन राहुल गांधी को इस तरह मानहानि के मुकदमे में फंसाना सही नहीं है. जनता और विपक्ष का काम सवाल पूछने का है. हम अदालत का सम्मान करते हैं, लेकिन फैसले से असहमत हैं.
ग़ैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुक़दमे करके उन्हें ख़त्म करने की साज़िश हो रही है
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 23, 2023
हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं मगर राहुल गांधी जी को इस तरह मानहानि मुक़दमे में फ़साना ठीक नहीं। जनता और विपक्ष का काम है सवाल पूछना। हम अदालत का सम्मान करते हैं पर इस निर्णय से असहमत हैं
क्या है मामला?
मामला 2019 का है जब राहुल गांधी कर्नाटक के कोलार में लोकसभा चुनाव की रैली कर रहे थे. रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि आखिर सभी चोरों के सरनेम मोदी ही क्यों होते हैं. इस कमेंट के बाद काफी सियासी बवाल हुआ था. इसके बाद बीजेपी विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल के इस कमेंट को लेकर उनपर आपराधिक मानहानि मामला दर्ज करवाया था.
पूर्णेश ने कहा था कि राहुल गांधी का बयान पूरे मोदी समाज के लिए अपमानजनक है और इससे पूरे मोदी समुदाय को बदनाम किया गया है. कोर्ट के फैसला आने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैंने किसी समुदाय को बदनाम करने के लिए कोई बयान नहीं दिया था. मेरा इरादा किसी को हानि या ठेस पहुंचाना नहीं था. उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य सिर्फ भ्रष्टाचार को उजागर करना था.