Rahul Gandhi Disqualification: केरल सरकार ने राहुल गांधी को दिए गए दो स्टाफ को वापस बुलाया, ये है कारण
Rahul Gandhi Disqualification: राहुल गांधी संसद की सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर लगातार सवाल उठाते हुए कह चुके हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा.
Rahul Gandhi Disqualification: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द किए जाने के बाद केरल सरकार ने अपने दो कर्मचारियों को मंगलवार (6 जून) को वापस लेने का फैसला लिया. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राहुल गांधी के वायनाड से सांसद रहने के दौरान उनके निजी सहायक रहे रतीश कुमार केआर (Ratheesh Kumar KR) और ड्राइवर मोहम्मद रफी (Muhammad Rafi) से आई कार्ड वापस देने को कहा गया है.
राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में सूरत कोर्ट (Surat Court) ने इसी साल मार्च में दो साल की सजा सुनाई थी. इसके बाद 24 मार्च 2023 को लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर राहुल गांधी को संसद की सदस्यता से रद्द कर दिया था. इसके पीछे भारत के संविधान के अनुच्छेद 102 (1) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का हवाला दिया गया था.
राहुल क्या कहते रहे हैं?
राहुल गांधी सदस्यता जाने को लेकर आए दिन केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. उन्होंने अमेरिका दौरे के दौरान कहा, ''राजनीति में आने के बाद कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा, लेकिन लगता है कि मुझे बहुच बड़ा अवसर मिला है.'' आगे कहा कि मैंने किसी से समर्थन नहीं ले रहा हूं. मेरी लड़ाई बहुत साफ है. मैं यहां आकर भारतीय छात्रों से बात कर रहा हूं लेकिन समझ नहीं आता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा क्यों नहीं कर पा रहे.
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में रैली करते नीरव मोदी, ललित मोदी और अन्य का नाम लेते हुए कहा था कि कैसे सभी चोरों का सरनेम मोदी है. इसको लेकर उनके खिलाफ बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने मानहानि का मुक़दमा दर्ज कराया था.
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