Rahul Gandhi Disqualified As MP: गुजरात की अदालत से सजा होने के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई है. आज शुक्रवार (24 मार्च) को लोकसभा सचिवालय ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी करते हुए इसकी सूचना दी है. गुरुवार को सूरत की एक अदालत ने मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. हालांकि, राहुल गांधी को कोर्ट से जमानत मिल गई थी.


पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस की सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी ने पहली बार 2004 में लोकसभा का चुनाव अमेठी से लड़ा था. इस चुनाव में राहुल गांधी ने एक लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.


2007 में कांग्रेस महासचिव


2007 में राहुल गांधी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिली और उन्हें कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया गया. इसके साथ ही वह भारतीय युवा कांग्रेस और कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रभारी महासचिव की जिम्मेदारी भी मिली.


2009 में राहुल गांधी ने अमेठी से ही दूसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ा. इस बार वह 3.70 लाख वोटों के भारी अंतर से जीतकर 15वीं लोकसभा के सदस्य बने. 2009 के आम चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश से 21 लोकसभा सीटें जीती थीं. इसका क्रेडिट राहुल गांधी को मिला. 


आम चुनाव में जीत के बाद यूपीए ने 2009 में दोबारा केंद्र में सरकार बनाई. राहुल गांधी को मानव संसाधन विकास की स्थायी समिति में सदस्य नियुक्त किया गया. 


भट्टा पारसौल आंदोलन


राहुल गांधी को 2011 में भट्टा पारसौल के आंदोलन ने एक अलग पहचान दिलाई. राजमार्ग परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण में अधिक मुआवजे की मांग को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे. राहुल गांधी ने मांग को समर्थन दिया और खुद भी वहां पहुंचा. इस दौरान यूपी पुलिस ने राहुल गांधी को गिरफ्तार किया.


तीसरी बार अमेठी से सांसद


साल 2013 में राहुल गांधी को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया. इसके एक साल बाद 2014 में लोकसभा चुनाव हुए. इस बार राहुल गांधी को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने स्मृति ईरानी को मैदान में उतारा। हालांकि राहुल गांधी चुनाव जीतने में सफल रहे और लगातार तीसरी बार अमेठी से सांसद बने.


कांग्रेस अध्यक्ष का पद और इस्तीफा


2018 में राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया. इसके एक साल बाद 2019 में आम चुनाव हुए जो कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा. इस चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही लचर रहा और पार्टी सिर्फ 52 सीटें ही जीतीं. पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.


अमेठी सीट भी हारे


2019 के चुनाव में राहुल गांधी का मुकाबला अमेठी में एक बार फिर से बीजेपी की स्मृति ईरानी से रहा लेकिन इस बार ईरानी ने चौंकाते हुए राहुल गांधी को उनके गढ़ में पटखनी दे दी. हालांकि, राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा था. यहां से वह जीतने में सफल रहे. वर्तमान में सजा के बाद उनकी वायनाड से संसद सदस्यता भी चली गई है.


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