नई दिल्ली:  उम्मीद और आंकलन के मुताबिक कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के नए अध्यक्ष चुन लिए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी को ट्वीट कर बधाई दी है. उन्होंने राहुल गांधी को सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दी हैं.


निर्विरोध चुने गए राहुल गांधी
कांग्रेस पार्टी ने उनके अध्यक्ष चुने जाने का एलान करते हुए कहा कि वो निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव प्राधिकार (सीईए) के अध्यक्ष मुल्लापल्ले रामचंद्र ने राहुल गांधी के अध्यक्ष चुने जाने का एलान किया.


 मुल्लापल्ले रामचंद्र ने बताया कि राहुल गांधी की ताजपोशी 16 दिसंबर को होगी. राहुल गांधी के अध्यक्ष चुने जाने के बाद दिल्ली में कांग्रेस के मुख्यालय 24 अकबर रोड पर जश्न का समा है. होली से पहले होली का माहौल है और कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता खुशी में झूम रहे हैं.



दरअसल, आज नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख थी और दोपहर 3 बजे तक नामांकन वापस लेने की अंतिम समय सीमा के खत्म होते ही वो अध्यक्ष चुन लिए गए.



आपको बता दें कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में सिर्फ राहुल गांधी ने नामांकन भरा था. राहुल गांधी के पक्ष में कुल 89 नामांकन पत्र दाखिल किये गए थे. जांच में सभी नामांकन पत्रों को वैध पाया गया है.


सोनिया युग का अंत


राहुल गांधी के अध्यक्ष चुने जाने के साथ ही सोनिया गांधी के 19 साल के अध्यक्षीय युग का अंत हो गया है. जहां राहुल गांधी ने 132 साल पुरानी पार्टी की बागडोर संभाली है वहीं सोनिया गांधी ने कांग्रेस के 132 साल के इतिहास में सबसे लंबा अध्यक्ष रहने का नया रिकॉर्ड कायम किया.


राहुल के लिए चुनौती


कांग्रेस 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद एक के बाद एक विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर रही है. हालांकि, उसे पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी. राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव का परिणाम आने से ठीक दो दिन पहले नियुक्त किया जाएगा. एक समय पूरे देश पर कांग्रेस का नियंत्रण था, लेकिन वर्तमान में सिर्फ पांच राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में उसकी सरकार है.


राहुल गांधी के लिए चुनौती ये है कि उन्हें न सिर्फ पार्टी को आने वाले चुनावों में जीत दिलानी होगी, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं को जोश भी दिलाना होगा. ब्लॉग सोनिया गांधी को क्या इतिहास बेहतर तरीके से याद करेगा