नई दिल्ली: राहुल गांधी ने आज आखिरकार सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस की कमान संभाल ली. पिछले 19 सालों से उनकी मां सोनिया गांधी के हाथों में कांग्रेस की बागडोर थी, जिसे आज उन्होंने अपने बेटे को सौंप दी. इस मौके पर कांग्रेस ने पार्टी मुख्यालय पर ग्रैंड सेलिब्रेशन का आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. हर तरफ जश्न का माहौल था. इस अवसर पर राहुल अपने साधारण सफेद कुर्ता पाजामा और काली जैकेट में नज़र आए.
केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने राहुल को अध्यक्ष बनने का प्रमाणपत्र सौंपा. इसके बाद उन्होंने कहा, "यह ऐतिहासिक पल है. यह देश और कांग्रेस के लिए खुशी का दिन भी है. यह भावनात्मक पल भी है."
इस मौके पर भाई का हौसलाआफजाई करने बहन प्रियंका गांधी भी पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ पहुंची थीं. जब ताजपोशी हो रही थी उस दौरान प्रियंका की कुछ ऐसी तस्वीर देखने को मिली.
राहुल ने कहा- क्रोध और हिंसा की राजनीति से लड़ेंगे
अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी ने अपने पहले संबोधन में बीजेपी पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि उनकी पार्टी क्रोध और हिंसा की राजनीति से लड़ेंगी. राहुल ने कहा, ''अगर एक बार आग लग जाती है तो उसे बुझाना बहुत मुश्किल होता है. यही बात मैं बीजेपी को समझाना चाहता हूं. बीजेपी के लोग पूरे देश में आग और हिंसा फैला रहे हैं. इसे रोकने के लिए सिर्फ एक शक्ति है और वो है कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता. वो तोड़ते हैं, हम जोड़ते हैं. वो आग लगाते हैं, हम बुझाते हैं. वो गुस्सा करते हैं, हम प्यार करते हैं.'' उन्होंने आगे कहा, ''कांग्रेस मुक्त भारत करने वाली बीजेपी को भी हम अपना भाई मानते हैं. हम उन्हें एक नज़र से देखते हैं बस विचारधारा में फर्क है. उनका गुस्सा हमें और ताकतवर बनाता है.''
कार्यकर्ताओं को आश्वासन देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता जो इस पार्टी की विचारधारा को अपने खून पसीने से देश के हर गांव, हर शहर पहुंचाता है उसकी रक्षा करना मेरी जिम्मेदारी है. आश्वासन देना चाहता हूं कि आपकी आवाज पूरे हिंदुस्तान में सुनाई देगी. आज मैं कार्यकर्ताओं को आश्वासन देना चाहता हूं कि आप सब मेरे परिवार हो. युवा हों या बुजुर्ग आप सब मेरे हो. आप सबको दिल से अपना पूरा प्यार दूंगा.''
सोनिया बोलीं- राजनीति में व्यक्तिगत हमलों ने राहुल को निडर बनाया
राहुल के बारे में सोनिया ने इस मौके पर कहा, ''राहुल मेरा बेटा है. उसकी तारीफ करना उचित नहीं लगता. मगर इतना जरूर कहूंगी कि बचपन में ही उसने अपार दुख झेला. राजनीति में आने पर उसने ऐसे व्यक्तिगत हमले का भी सामना किया जिसने उससे और भी निडर इंसान बनाया. मुझे उसकी सहनशीलता और दृढ़ता पर गर्व है.''
इस मौके मां सोनिया गांधी ने बेटे राहुल को कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर बधाई देते हुए कहा, ''मुझे पूरा विश्वास है कि वह पूरे साहस के साथ पार्टी का नेतृत्व करेंगे.'' सोनिया गांधी विदाई भाषण बहुत ही भावनात्मक रहा. सोनिया ने इस दौरान मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''साल 2014 के बाद से देश के सामने अप्रत्याशित चुनौतियां हैं और भय का माहौल है लेकिन हम इससे भयभीत नहीं हो रहे हैं. यह नैतिक लड़ाई है. कांग्रेस को आत्मावलोकन करना चाहिए और देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए जरूरत पड़े तो बलिदान देना चाहिए.''
मनमोहन सिंह ने कहा- परिवर्तन लाने के लिए राहुल पर निर्भर हैं
राहुल की ताजपोशी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ''राहुल ऐसे समय में हमारी पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान संभाल रहे हैं, जब देश की राजनीति में अशांत माहौल है. राहुल जी हम उम्मीदों की राजनीति में परिवर्तन लाने और इसे बनाए रखने के लिए आप पर निर्भर हैं.'' उन्होंने कहा कि एक 'प्रतिष्ठित शिक्षाविद' ने इस बात का उल्लेख किया है कि देश में "उम्मीदों भरी राजनीति पर भय की राजनीति हावी होना खतरनाक है." इस मौके पर मनमोहन सिंह ने सोनिया गांधी को धन्यवाद देते हुए कहा कि 19 सालों के दौरान उन्होंने ने एक दमदार नेतृत्व दिया.''
राहुल की ये ताजपोशी का मुख्य कार्यक्रम राजधानी के अकबर रोड पर स्थित लॉन में हुआ. मंच पर रामचंद्रन के अलावा सीईए के सदस्य भुवनेश्वर कालिता, मधुसूदन मिस्त्री, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, पार्टी कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, महासचिव जनार्दन द्विवेदी मौजूद थे. राहुल के पार्टी कार्यभार संभालने के अवसर पर पार्टी के लगभग सभी प्रमुख नेता, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष, कई पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री, पार्टी महासचिव आदि जुटे है.
कांग्रेस मुख्यालय पर आज जश्न का माहौल है. मुख्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ता ढोल बजाकर नाच रहे हैं. कई कार्यकर्ताओं ने पटाखे चलाकर और मिठाई बांट कर अपनी खुशियों का इजहार किया.