Rahul Gandhi Letter: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रविवार (23 जून) को वायनाड के लोगों को लिखे एक भावुक पत्र में कहा कि जब उन्हें रोजाना दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता था तो उनके (वायनाड वासियों के) बिना शर्त प्यार ने उनकी रक्षा की.


सांसद राहुल गांधी ने केरल के वायनाड और उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा क्षेत्रों से जीत हासिल की थी और उन्हें चार जून को आए लोकसभा परिणामों के 14 दिनों के भीतर इनमें से एक सीट खाली करनी थी. उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी. अब उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आगामी उपचुनाव में वहां से चुनाव लड़ेंगी.


'आपने मुझे स्नेह से गले लगाया''


कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पत्र में लिखा, ‘‘मैं आपके लिए अनजान था और फिर भी आपने मुझ पर विश्वास किया. आपने मुझे असीम प्रेम और स्नेह से गले लगाया. यह मायने नहीं रखा कि आप किस राजनीतिक दल का समर्थन करते थे, आप किस समुदाय से थे या आप किस धर्म को मानते थे अथवा आप कौन सी भाषा बोलते थे.’’


'प्रियंका सांसद के तौर पर बेहतरीन काम करेंगी'


कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘जब मैं रोज दुर्व्यवहार का सामना करता था, तो आपके बिना शर्त प्यार ने मेरी रक्षा की. आपने मुझे पनाह दी, आप मेरा घर और मेरा परिवार थे. मुझे एक पल के लिए भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि आपको मुझ पर संदेह है. अगर जनता ने उनकी बहन प्रियंका गांधी को मौका दिया तो वह वायनाड का प्रतिनिधित्व करेंगी. राहुल गांधी ने विश्वास जताया कि प्रियंका सांसद के तौर पर बेहतरीन काम करेंगी."


नयी दिल्ली में नेतृत्व की बैठक के बाद कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने 17 जून को कहा था कि राहुल उत्तर प्रदेश में रायबरेली लोकसभा सीट अपने पास रखेंगे और वायनाड सीट खाली कर देंगे, जहां से उनकी बहन प्रियंका चुनाव लड़ेंगी. कांग्रेस सांसद राहुल ने रविवार को लिखे अपने पत्र में यह भी कहा कि वह उस ‘बहादुरी, खूबसूरती और आत्मविश्वास’ को नहीं भूल सकते, जिसके साथ लड़कियां हजारों लोगों के सामने उनके भाषणों का अनुवाद करती हैं.


'जब मुझे जरूरत थी तब आपने मुझे प्यार दिया'


कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आपने मेरे लिए जो किया है, उसके लिए मैं आपको कैसे धन्यवाद दूं, यह मैं नहीं जानता. आपने मुझे उस समय प्यार और सुरक्षा दी, जब मुझे इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. आप मेरे परिवार का हिस्सा हैं और मैं हमेशा आप सभी के लिए मौजूद रहूंगा.’’


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