नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ अधीर रंजन चौधरी और गुलाब नबी आजाद ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 2 करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंप दिया है. राष्ट्रपति से मिलने के बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि किसान हटेगा नहीं, प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान, मजदूर घर चले जाएंगे.


राहुल गांधी ने कहा, 'हम तीन लोग राष्ट्रपति के पास करोड़ों हस्ताक्षर लेकर गए. यह देश की आवाज है. सर्दी का समय है, किसान आंदोलन कर रहे हैं और मर भी रहे हैं. आज मैं एडवांस में बोल रहा हूं किसान और मजदूर के सामने कोई शक्ति खड़ी नहीं हो सकती. अगर कानून वापस नहीं हुए तो सिर्फ आरएसएस और बीजेपी को ही नहीं, देश को भी नुकसान होने जा रहा है.'


राहुल गांधी ने आगे कहा, 'नरेंद्र मोदी जी का एक ही लक्ष्य है कि दो चार बड़े उद्योगपतियों के लिए पैसा बनाना. जो लोग मोदी जी के खिलाफ खड़े होते हैं उनके खिलाफ कुछ ना कुछ बोलते हैं. किसान को आतंकवादी कहते हैं, कल को मोहन भागवत भी उनके खिलाफ खड़े हो गए तो उन्हें भी आतंकवादी बोल देंगे.'


राष्ट्रपति से राहुल गांधी ने क्या कहा
राहुल गांधी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से कहा कि यह कानून किसान विरोधी है, इससे मजदूरों और किसानों का नुकसान होने वाला है. राहुल गांधी ने कहा, 'देश को दिख रहा है कि किसान कानून के खिलाफ खड़े हैं. प्रधानमंत्री को यह नहीं सोचना चाहिए कि किसान वापस चले जाएंगे, यह नहीं जाएंगे. प्रधानमंत्री को संयुक्त सत्र बुलाकर कानूनों को वापस लेना चाहिए. इन कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा.'


राहुल गांधी ने कहा, 'प्रधानमंत्री को समझने की जरूरत है कि हर चीज की हद होती है. मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि जिस प्रकार से नरेंद्र मोदी कर रहे हैं उससे हिंदुस्तान के किसी युवा को रोजगार नहीं मिलेगा, सारे मिडिल क्लास रोजगार खत्म हो जाएंगे. भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है, लोकतंत्र सिर्फ कल्पना में हो सकता है असलियत में कोई लोकतंत्र नहीं है.'


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