Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी के नेतृत्व नें चल रही भारत जोड़ो यात्रा हिमाचल प्रदेश में प्रवेस कर चुकी है. इस दौरान उन्होंने कांगड़ा में रैली में बताया कि यात्रा क्यों निकाली गई. साथ ही उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही है. 


राहुल गांधी ने बुधवार (18 जनवरी) को रैली को संबोधित करते हुए कहा, ''संसद में बोलते समय हमारे माइक बंद कर दिए जाते थे. हम नोटबंदी, जीएसटी और अग्निपथ स्कीम पर कहते थे, लेकिन हमें दिखाया नहीं जाता था. न्यायपालिकों पर सरकार ने दवाब डाला. सीबीआई और ईडी भी दबाव बना रहे हैं. ऐसे में मैंने सोचा कि महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे उठाने की जरूरत है. इसलिए हमने भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकालने का फैसला किया.'' 


'हम नहीं थके'


राहुल गांधी ने कहा कि मैंने भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से 125 लोगों के साथ शुरू की थी, लेकिन आज इसमें लाखों लोग जुड़ गए. हमने युवाओं और किसानों का दर्द समझा. शुरू में लगा था हम थकेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. 


क्या रास्ता है? 


राहुल गांधी ने कहा कि देश में नफरत-हिंसा का माहौल है. हम नफरत, महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ खड़ा होना चाहते हैं तो हमारे पास एक रास्ता था वो हिंदुस्तान के रास्ते पर निकलना. उन्होंने इसके अलावा कहा कि केंद्र सरकार की सभी नीतियों, नोटबंदी, जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) और कृषि विरोधी कानून का मकसद तीन-चार अरबपतियों को लाभ पहुंचाना है. 


भारत जोड़ो यात्रा कहां-कहां पहुंची? 


तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी को श्रीनगर में संपन्न होगी, जहां राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराएंगे. यह यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से होकर गुजर चुकी है.


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