नई दिल्ली: विदेशी दौरे पर बीजेपी और मोदी सरकार पर हमलावर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर अबतक का सबसे बड़ा हमला बोला है. राहुल गांधी ने पिछले अप्रैल में चीन के वुहान शहर में पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई अनौपचारिक बातचीत को लेकर बयान दिया है. चीन के साथ डोकलाम विवाद को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जब कोई आता है और तमाचा लगाता है तब आप बिना किसी एजेंडे के बात करते हैं.
बता दें कि इस साल अप्रैल में चीन के शहर वुहान में मोदी और जिनपिंग की अनौपचारिक बैठक हुई थी, जिसमें डोकलाम विवाद के बाद दोनों देशों के संबंध पटरी पर लाने की कोशिश की गई थी. भारत और चीन के बीच डोकलाम विवाद पिछले साल जून में हुआ था जब भारत के सैनिकों ने सिक्किम के नाथू ला दर्रे के पास चीनी सैनिकों को सड़क बनाने से रोक दिया था.
डोकलाम पर क्या बोले राहुल गांधी?
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के कार्यक्रम में डोकलाम पर सीधे पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कहा, ''कोई आता है, आपके चेहरे पर तमाचा लगाता है और आप नॉन अजेंडा बातचीत करते हैं. डोकलाम पर मेरी बात विदेश सचिव और रक्षा सचिव से हुई थी लेकिन समिति के अंदर बात की जानकारी यहां नहीं दी दा सकती. सरकार भले ही कह रही हो कि चीन ने वहां से सैनिक हटा लिए हैं लेकिन हकीकत इससे उलट है."
पीएम उम्मीदवारी पर बोले- अभी इस बारे में नहीं सोच रहा
2019 में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मेरी लड़ाई विचारधारा से है, मैं अभी इस बारे में नहीं सो रहा हूं. उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं इस बारे में नहीं सोच रहा, मैं खुद को एक वैचारिक लड़ाई लड़ने वाले के तौर पर देखता हूं. मुझमें यह बदलाव 2014 के बाद आया. मुझे लगा कि भारत में जैसी घटनाएं हो रही हैं, उससे भारत और भारतीयता को खतरा है. बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कांग्रेस को बहुमत मिला तो मैं प्रधानमंत्री बनूंगा.
बीजेपी और आरएसएस के हमलों ने मुझे आगे बढ़ाया
राहुल गांधी ने कहा कि मेरी लड़ाई आरएसएस की विचारधारा से है. उन्होंने कहा कि मेरी राजनीतक विचारधारा, भारत में बहुत पुराना विचार है और यह हजारों सालों से आरएसएस के विचार से लड़ रहा है. बीजेपी और आसएसएस के हमलों ने हमेशा मुझे आगे बढ़ाया है.य
इस वजह से ट्रंप-मोदी जैसे नेताओं को पसंद करते हैं लोग
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि लोग अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी जैसे पापुलर नेताओं का समर्थन इसलिए करते हैं क्योंकि उनके पास नौकरियां नहीं हैं. राहुल गांधी ने कहा, ''लोग ट्रंप और मोदी जैसे नेताओं का समर्थन इसलिए करते हैं क्योंकि उनके पास नौकरियां नहीं हैं. लोगों की समस्याएं सुलझाने के बजाए ये नेता उनके गुस्से का फायदा उठाते हैं. ऐसा करके ये लोग देश को नुकसान पहुंचाते हैं.''
सुषमा स्वराज को हर कदम पर अपमानित किया गया- राहुल
विदेश नीति के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ''प्रधानमंत्री विदेशी मामलों को एक कार्यक्रम की तरह देखते हैं. कोई ढांचा नहीं है. विदेश मंत्री का ज्यादातर समय वीजा बनाने में बीत जाता है, विदेश मंत्री के तौर पर ये उनका काम नहीं है. उनको हर कदम पर अपमानित किया गया. भारत सरकार के विदेशी मामलों के साथ समस्या ये है कि इसमें रणनीति की घोर कमी है, केवल तदर्थवाद है. नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान सभी के साथ संबंध विफल हो रहे हैं.''
लगातार हमलावर हैं राहुल गांधी
विदेशी दौरे पर गए राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार, बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोल रहे हैं. कल लंदन में ही एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना इस्लामिक संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की. विदेश में दिए राहुल गांधी के इस भाषण ने देश में जमकर हंगामा मचाया. इससे पहले जर्मनी के बर्लिन में राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस देश को बांटने का काम कर रहे हैं. हैम्बर्ग स्थित बकिरस समर स्कूल में भाषण देते हुए राहुल गांधी ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए आतंकी संगठन आईएसएस का हवाला दिया, जिस पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जाहिर की.