Rahul Gandhi In America: राहुल गांधी अमेरिका के 10 दिन के दौरे पर हैं. तीन दिन में लगातार तीसरी बार उन्होंने मोदी सरकार और बीजेपी पर हमला बोला. राहुल गांधी ने वाशिंगटन के नेशनल प्रेस क्लब में बोलते हुए मोदी सरकार पर देश की संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने भारत में प्रेस की आजादी को लेकर भी चिंता जताई.
राहुल गांधी ने वाशिंगटन में दावा किया कि भारत में प्रेस की ताकत भी कमजोर हो रही है. उन्होंने कहा, 'भारत के पास बहुत मजबूत व्यवस्थाएं हैं जो पहले से मौजूद हैं, वह व्यवस्था कमजोर हो चुकी हैं. भारत में प्रेस की स्वतंत्रता कमजोर होती जा रही है जो किसी से छिपी नहीं है और यह बात सभी जानते हैं. संस्थागत ढांचे पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. आपको यह सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करना चाहिए. मुझे नहीं पता कि आप यह कैसे करेंगे लेकिन आपको पूछना चाहिए."
मीडिया की आजादी को भारत के लिए बहुत अहम बताते हुए उन्होंने कहा, आलोचना के लिए खुला होना चाहिए, आलोचना को सुनना चाहिए और यही वह प्रतिक्रिया है जो लोकतंत्र का निर्माण करती है. उन संस्थानों पर शिकंजा है जो भारतीय लोगों को बात करने की अनुमति देते हैं.
'मानहानि केस में सबसे ज्यादा सजा मिली मुझे'
राहुल गांधी ने मानहानि केस में मिली सजा को लेकर भी रोना रोया. राहुल ने कहा, 1947 के बाद मैं पहला ऐसा व्यक्ति हूं जिसे मानहानि के केस में सबसे ज्यादा सजा मिली है. किसी को भी ऐसी सजा नहीं दी गई है, वह भी पहले अपराध पर. इससे यह साफ हो जाता है कि मेरे साथ क्या हो रहा है. संसद में अडानी के बारे में मेरे भाषण के बाद मुझे अयोग्य करार दिया जाना काफी दिलचस्प है. इसलिए आप गणित लगा सकते हैं.
अमेरिका की यात्रा पर गए कांग्रेस नेता ने विपक्ष की एकता पर एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, विपक्ष काफी अच्छी तरह से एकजुट है और यह अधिक से अधिक एकजुट हो रहा है. उन्होंने कहा कि हम सभी विपक्ष के साथ बातचीत कर रहे हैं.
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