Rahul Gandhi In Wayanad: 'पीएम मोदी के हाथ कांप कर रहे थे, वो बार-बार पानी...', राहुल गांधी ने क्यों कही ये बात
Rahul Gandhi Wayanad Rally: कांग्रेस सांसद ने जनसभा में कहा कि 'मैंने प्रधानमंत्री से कुछ सवाल पूछे थे. मैंने उनसे अडानी के साथ उनके रिश्ते के बारे में पूछा था. पीएम ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया.'
Rahul Gandhi In Wayanad: केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसे. कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने (पीएम) कहा मेरा नाम गांधी क्यों है और नेहरू नहीं तो पीएम ने सीधे मेरा अपमान किया, लेकिन उनके शब्दों को लोकसभा की कार्यवाही से नहीं हटाया गया.
राहुल गांधी ने सभा में मौजूद लोगों से उनकी और पीएम मोदी की बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान देने को कहा. उन्होंने कहा कि 'आप सभी को बस इतना करना है, जब मैं बोल रहा था तो मेरा चेहरा देखिए. जब वो (पीएम मोदी) बोल रहे थे तो उनका चेहरा देखिए. उन्होंने कहा कि ये देखिए उन्होंने कितनी बार पानी पिया. कैसे पानी पीने के दौरान उनके हाथ कांप रहे थे और आप सब कुछ समझ जाएंगे.'
'अडानी पर पूछे गए सवालों का नहीं दिया जवाब'
कांग्रेस सांसद ने जनसभा में कहा कि 'मैंने प्रधानमंत्री से कुछ सवाल पूछे थे. मैंने उनसे अडानी के साथ उनके रिश्ते के बारे में पूछा था. मैंने अडानी कैसे इतनी तेजी से बढ़े पूछा था. पीएम ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया. उनका मेरे सवालों पर जवाब था कि क्यों मैं नेहरू नहीं कहलाता हूं, क्यों मैं गांधी कहलाता हूं. हो सकता है पीएम मोदी को समझ नहीं आता हो कि भारत में आमतौर पर सरनेम पिता का ही इस्तेमाल होता है. उन्होंने कहा कि मैंने बहुत ही विनम्र और सम्मानजनक स्वर में अपनी बाते कहीं. मैंने किसी खराब भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. मैंने किसी को गाली नहीं दी. मैंने केवल कुछ तथ्य उठाए.'
'मोदी खुद को ताकतवर मानें, लेकिन...'
राहुल गांधी ने कहा कि 'वो (पीएम मोदी) नहीं समझते हैं, वो आखिरी चीज हैं, जिनसे मैं डरता हूं. चाहे वो प्रधानमंत्री हों और चाहे उनके पास सारी एजेंसियां हों... ये मायने नहीं रखता है, क्योंकि सच उनके पक्ष में नहीं है. एक दिन उन्हें सच का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.'
उन्होंने अडानी ग्रुप पर लगाए अपने आरोपों पर बात करते हुए कहा कि जो लोग एयरपोर्ट चला रहे थे, उन्हें एजेंसियों ने डराया और इसके बाद अडानी को सारे एयरपोर्ट मिल गए. पोर्ट, डिफेंस, कोयला, खनन, सड़क, कृषि समेत हर इंडस्ट्री के तमाम कॉन्ट्रैक्ट उनको मिल गए.
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