केरल के वायानाड से सांसद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों केरल में हैं. इस दौरान कोल्लम में मछुआरों के जीवन का अनुभव लेने और उनकी समस्याओं को समझने के लिए राहुल गांधी समुद्र में नाव पर भी गए. जब मछली पकड़ने के लिए जाल फेंका गया तो राहुल गांधी भी उत्सुकता दिखाते हुए बाकी मछुआरों के साथ पानी में कूद गए. हालांकि राहुल केवल एक स्क्वीड (मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाला घोंघा) पकड़ सके.
राहुल ने मछुआरों द्वारा बनाई गई ब्रेड और करी का लुत्फ उठाया
तट पर पहुंचने से पहले राहुल गांधी 10 मिनट तक तैरते रहे. राहुल गांधी ने जब समुद्र में छलांग लगाई उस दौरान उनके साथ नौका पर एक निजी सुरक्षा अधिकारी भी थे. वहीं कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि राहुल गांधी बिना बताए ही समुद्र में उतर गए थे जिसे हम भी देखकर हैरान रह गए. बता दें कि राहुल गांधी नीली टीशर्ट और खाकी पैंट पहने ही समुद्र में कूदे थे. बाद में किनारे पर आकर उन्होंने अपने गीले कपड़े बदले. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान राहुल गांधी ने ब्रेड और मछली करी का भी लुत्फ उठाया. वे तकरीबन ढाई घंटे तक मछुआरों के साथ रहे. वहीं राहुल गांधी का समुद्र में छलांग लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
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मछुआरों की समस्याओं को सुना और जरूरतों को पूरा करने का भरोसा दिया
राहुल गांधी ने इस दौरान मछुआरों को भरोसा दिया कि कांग्रेस पार्टी उनकी जरूरतों को चुनावी घोषणापत्र में शामिल करेगी. गौरतलब है कि केरल में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. यहां थांगस्सेरी तट पर एकत्र हजारों मछुआरों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने वाम नीत एलडीएफ की सरकार पर गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए एक अमेरिकी कंपनी के साथ कथित अनुबंध को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि इससे मछुआरों की आजीविका प्रभावित होगी.
मछुआरों की मांग को घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा
राज्य में वायनाड सीट से सांसद गांधी ने कहा कि मैं आपके काम को समझता हूं और उसका आदर करता हूं. मैं आपके काम की प्रशंसा करता हूं. कई बार ऐसा होता है कि हम मछली खाते हैं लेकिन इसके पीछे की कठिन मेहनत को नहीं समझ पाते, नहीं जान पाते कि किस तरह यह हमारी प्लेट तक पहुंची. राहुल गांधी ने मछुआरों से कहा कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव का घोषणा पत्र तैयार करने के लिए समाज के विभिन्न तबकों से संपर्क कर रही है और उनकी (मछुआरों) भी मांग को उसमें शामिल किया जाएगा और पूरा किया जाएगा.
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