Rahul Gandhi In Karnataka: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर हैं. वह इस दौरान बागलकोट जिले में बसव जयंती समारोह (Basava Jayanti) में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जहां भी अंधेरा होता है वहां उसी अंधेरे में से कहीं न कहीं रोशनी भी निकलती है. उस समय समाज में अंधेरा था तो बसव जी अंधेरे में रोशनी जैसे निकले थे. बसव जी ने लोकतंत्र का रास्ता हिंदुस्तान और विश्व को दिया और ये सच्चाई है. इसे मिटाया नहीं जा सकता. 


राहुल ने आगे कहा कि व्यक्ति ऐसे ही रोशनी नहीं देता है उसे सबसे पहले अपने आप से सवाल पूछने पड़ते हैं दूसरों से सवाल करना आसान होता है, अपने आप से सवाल करना मुश्किल होता है. उन्होंने कहा कि अगर हिंदुस्तान में लोकतंत्र आया, अधिकार आए तो उसकी नींव बसव जी जैसे लोगों ने रखी थी. 


राहुल गांधी ने और क्या कहा?


बसव जयंती समारोह में कांग्रेस नेता ने कहा कि आप ये मत समझना कि समाज के सामने सच बोलना आसान है. आज हम इनके (बसवेश्वर) सामने फूल रख रहे हैं, लेकिन जब ये जिंदा थे तब इन्हें डराया गया होगा, धमकाया गया होगा, इन पर आक्रमण हुए होंगे लेकिन वे पीछे नहीं हटे, सच्चाई का रास्ता इन्होंने नहीं छोड़ा. इसीलिए आज हम उनके सामने फूल रखे. जो डर जाता है उसके सामने फूल कोई नहीं रखता. 


क्या लिंगायत समुदाय को रिझाने की कोशिश में हैं राहुल?


दरअसल, राहुल के बसव जयंती समारोह में शामिल होने को कर्नाटक विधानसभा चुनाव (karnataka elections 2023) से पहले लिंगायत समुदाय (Lingayat) को अपनी तरफ खींचने के पार्टी के प्रयासों को बढ़ावा देने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. उनके दो दिवसीय कर्नाटक दौरे की रविवार (23 अप्रैल) से शुरुआत हो गई है. 


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