नई दिल्ली: राजस्थान में सियासी सरगर्री अभी भी जारी है. कई दिनों की खींचतान के बाद कांग्रेस ने सचिन पायलट को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. सचिन पायलट ने बीजेपी में जाने से इनकार कर दिया और आगे की रणनीति बना रहे हैं. इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. गांधी परिवार और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता नही चाहते थे कि सचिन पायलट किसी दूसरी पार्टी में जाएं. इससे लिए गांधी परिवार ने हर सम्भव कोशिश भी की.


जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी ने सचिन पायलट से आखिर के 18 महीने मुख्यमंत्री बनाने तक का वादा कर दिया था. राहुल गांधी ने सचिन पायलट से कहा था कि अभी मुख्यमंत्री का पद देना बहुत मुश्किल है लेकिन आख़िर के 18 तुम्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, ये मेरा वादा है. लेकिन पायलट ऐसे रूठे कि इस वादे के बाद भी नहीं माने.


इसके साथ प्रियंका गांधी के भी सचिन पायलट को मनाने को लेकर खबरें सामने आयी थीं. जानकारी के मुताबिक सोमवार को सुबह दस बजे विधायक दल की दूसरी बैठक रखी गयी थी. यह बैठक अपने तय समय से लेट शुरू हुई थी.


दरअसल प्रियंका गांधी ने ही जयपुर फोन करके बैठक देर से शुरू करने के लिए कहा था. प्रियंका गांधी अपने स्तर पर पायलट को मनाने के लिए बात कर रही थीं. गांधी परिवार की ओर से पायलट को मनाने के सारे प्रयास नाकाम साबित हुए और कांग्रेस ने बड़े भारी मन से सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और अध्यक्ष पद से हटा दिया.


कल इस बात का भी अहसास हुआ कि सचिन पायलट से गांधी परिवार का कितना लगाव है. कुछ ही महीने पहले जब ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी छोड़ रहे थे तो एक बार प्रयास किया गया था. सचिन पायलट के मामले तो गांधी परिवार से लेकर पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने पायलट को मनाने की हर सम्भव कोशिश की लेकिन कामयाब नही हो पाए.