Rajasthan Congress Meeting: छत्तीसगढ़ में जारी कलह को शांत करने के बाद अब कांग्रेस आलाकमान की नजर राजस्थान पर है, जहां सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही. अब राजस्थान को लेकर कांग्रेस की एक अहम बैठक हुई है. जिसमें राहुल गांधी, राष्ट्री अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, केसी वेणुगोपाल और सचिन पायलट समेत कुल 30 नेता शामिल हुए. सीएम अशोक गहलोत भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक से जुड़े. इस दौरान राहुल गांधी और खरगे ने राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया.
राजस्थान चुनाव की तैयारियों पर चर्चा
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया और आगे की रणनीति बनाने पर चर्चा हुई. इस बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच के विवाद को सुलझाने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है. खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी वाली इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पायलट, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कई अन्य कांग्रेस नेता शामिल थे.
गहलोत ने मानी पायलट की मांग?
मुख्यमंत्री गहलोत पैर में चोट के कारण जयपुर से ही इस बैठक में ऑनलाइन जुड़े. इस बैठक से एक दिन पहले, मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा था कि राजस्थान सरकार भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामलों में सजा को मौजूदा 10 साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास तक करने के लिए अगले विधानसभा सत्र में एक विधेयक लाएगी. पायलट ने अपनी 'जन संघर्ष यात्रा' के दौरान प्रदेश सरकार के सामने तीन मांग रखी थीं जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप की उच्च स्तरीय जांच शामिल थी.
पिछले महीने कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं और उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा.
(इनपुट- भाषा से भी)
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