Rahul Gandhi Manipur Visit:  लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सोमवार (8 जुलाई) को मणिपुर के दौरे पर पहुंचे. राहुल गांधी ने दोपहर 3 बजे के करीब मणिपुर में हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने चुराचांदपुर में रिलीफ कैंप का दौरा किया और वहां रहकर जीवन बसर कर रहे लोगों से बातचीत की. साथ ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेश दिया. उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे 1-2 दिन का समय निकालकर मणिपुर के लोगों की बात सुनें.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विपक्ष के नेता (एलओपी) बनने के बाद संघर्षग्रस्त मणिपुर की अपनी पहली यात्रा में मैतेई और कुकी-ज़ोमी समुदायों के विस्थापित लोगों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह एक संदेश देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि "मैं यहां आपके भाई के रूप में आया हूं. मैं यहां एक ऐसे व्यक्ति के रूप में आया हूं जो आपकी मदद करना चाहता है, एक ऐसा व्यक्ति जो मणिपुर में शांति वापस लाने के लिए आपके साथ काम करना चाहता है."


राहुल गांधी ने पीएम मोदी को दिया संदेश


लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि "भारत सरकार और हर वह व्यक्ति जो खुद को देशभक्त मानता है, उसे मणिपुर के लोगों तक पहुंचना चाहिए और उन्हें गले लगाना चाहिए और मणिपुर में शांति लानी चाहिए. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक संदेश भी है. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री का यहां आना ज़रूरी है. मणिपुर के लोगों की बात सुनें. मणिपुर में क्या हो रहा है, इसे समझने की कोशिश करें. आख़िरकार, मणिपुर भारतीय संघ का एक गौरवशाली राज्य है.


कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ये तीसरा मणिपुर दौरा


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि अगर कोई त्रासदी नहीं भी हुई होती तो भी प्रधानमंत्री को मणिपुर आना चाहिए था. वहीं, मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे एक दिन, दो दिन का समय निकालकर मणिपुर के लोगों की बात सुनें. इससे मणिपुर के लोगों को राहत मिलेगी. बता दें कि, मई 2023 में मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद से सोमवार को राहुल का मणिपुर का तीसरा दौरा था. उन्होंने पहली बार जून 2023 में और अगली बार इस साल जनवरी में राज्य से अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की थी.


विपक्ष में होने के नाते सरकार पर डालूंगा दबाव- राहुल गांधी


लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने इंफाल में कहा कि समस्या शुरू होने के बाद से मैं तीसरी बार यहां आया हूं और यह एक बहुत बड़ी त्रासदी रही है. सच कहूं तो, मैं स्थिति में कुछ सुधार की उम्मीद कर रहा था, लेकिन मैं यह देखकर काफी निराश हुआ कि स्थिति अभी भी वैसी नहीं है जैसी होनी चाहिए. मैंने शिविरों का दौरा किया और वहां के लोगों की बातें सुनीं, उनका दर्द सुना. मैं यहां उनकी बातें सुनने, उनका विश्वास जीतने और विपक्ष में होने के नाते सरकार पर दबाव बनाने के लिए आया हूं ताकि वह कार्रवाई करें.


राज्यपाल अनुसुइया उइके से राहुल गांधी ने की मुलाकात 


वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी जिरीबाम की ओर बढ़े, जहां उन्होंने राहत शिविर में विस्थापित मीतेई लोगों से मुलाकात की. वहां से वे सिलचर लौटे और इम्फाल के लिए उड़ान भरी, और फिर चुराचांदपुर जिले की यात्रा की. इम्फाल वापस जाते समय वे बिष्णुपुर जिले के मोइरंग में रुके और दोनों जगहों पर विस्थापित लोगों से मिले. इश दौरान उन्होंने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की.


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