नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को देश की ‘बदहाल आर्थिक स्थिति’ के लिए केन्द्र सरकार पर हमला बोला और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इससे बेपरवाह बताते हुए कहा कि जिन्हें यह बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था की ऐसी स्थिति क्यों हुई, वह कहती हैं कि वह लहसुन-प्याज नहीं खाती हैं.


राहुल गांधी ने यहां झारखंड विधानसभा चुनाव के सिलसिले में अपनी पार्टी के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा में कहा, ‘‘वित्त मंत्री जी कहती हैं कि वह लहसुन-प्याज नहीं खाती हैं. अरे, तुम्हें जो खाना है वह खाओ लेकिन देश को समझाओ कि देश की अर्थव्यवस्था की ऐसी स्थिति क्यों है?’’


उन्होंने कहा, ‘‘वित्त मंत्री जी को देश को बताना चाहिए कि आखिर देश में इतनी बेरोजगारी क्यों है? लेकिन इन मुद्दों पर वह खामोश हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी और जीएसटी लागू करने से देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गयी. छोटे व्यापारी और किसान बर्बाद हो गये. इसका जवाब कभी प्रधानमंत्री जी और वित्तमंत्री जी देती नहीं हैं. उन्हें बताना चाहिए कि इनसे देश के किसानों को गरीबों को क्या लाभ मिला?


राहुल गांधी ने दोहराया कि जीएसटी और नोटबंदी से जिस प्रकार उद्योग बंद हुए हैं उससे लोगों के रोजगार चले गये लेकिन इस स्थिति को बदलने के लिए गरीबों की जेब में पैसा डालना होगा.


उन्होंने कहा कि जैसे ही हम किसानों का ऋण माफ करेंगे वे बाजार से सामान खरीदना प्रारंभ करेंगे तो उद्योग फिर से चल पड़ेंगे और रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. यही विचार कर कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों में न्याय योजना की बात की थी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम लोकसभा में चुनाव हार गये लेकिन फिर अगली बार जीतकर सरकार बनायेंगे और गरीबों के लिए न्याय योजना लायंगे.’’ झारखंड चुनाव में यह राहुल गांधी की तीसरी रैली थी. राज्य में पांच चरणों के चुनाव में पहले चरण के लिए 30 नवंबर को मतदान हुआ था. गांधी ने दो दिसंबर को सिमडेगा में अपनी पहली चुनावी जनसभा की थी.


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