नई दिल्ली: यूपी के गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति से मारपीट और जबरन धार्मिक नारे लगवाने के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक खबर साझा करते हुए लिखा, ''मैं ये मानने को तैयार नहीं हूँ कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा कर सकते हैं. ऐसी क्रूरता मानवता से कोसों दूर है और समाज व धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है.''


दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक मुस्लिम व्यक्ति ने चार अज्ञात लोगों पर गाजियाबाद में सुनसान पड़े एक मकान में ले जाकर उसे ‘‘जय श्रीराम’’ का नारा लगाने के लिए मजबूर करने, पिटाई करने और दाढ़ी काटने का आरोप लगाया है.


हालांकि, गाजियाबाद पुलिस ने कहा कि वह पांच जून को हुई इस कथित घटना में पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है, लेकिन दो दिन बाद सात जून को पुलिस को इसकी सूचना दी गई.


गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के निवासी अब्दुल समद ने अपनी शिकायत में इस तरह के आरोप नहीं लगाए हैं जैसे कि वीडियो में लगाए गए हैं.


उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस परवेश गुर्जर नाम के एक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जिसने तांत्रिक के रूप में काम करनेवाले समद से ताबीज लिया था.


अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने समद को जांच में शामिल होने के लिए बार-बार बुलाया, लेकिन वह कभी पुलिस के पास वापस नहीं आया. उन्होंने कहा कि उसे सोमवार को भी बुलाया गया था, लेकिन वह अभी तक नहीं आया है.


इस बीच, वीडियो में अपनी कथित चोटों को दिखाते हुए समद ने आरोप लगाया है कि उसका गोकुलपुरी इलाके से उस समय अपहरण कर लिया गया था जब उसने गाजियाबाद में लोनी के लिए एक ऑटो लिया था.


समद ने वीडियो में दावा किया, ‘‘जब उसने ऑटोरिक्शा किराए पर लिया तो उसमें पहले से ही दो लोग थे, जबकि दो और लोग उसमें सवार हो गए. इन चारों ने अचानक ऑटो के अंदर उसपर हमला किया, उसके सिर को एक कपड़े से ढक दिया तथा उसकी पिटाई शुरू कर दी.’’