'BJP-RSS खत्म करना चाहते हैं आजाद सोच', राष्ट्रीय शिक्षा नीति के खिलाफ संसद मार्च में बोले राहुल गांधी
Rahul Gandhi On NEP 2020: एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि पेपर लीक जैसे गंभीर मुद्दों पर सरकार की उदासीनता छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.

Rahul Gandhi On NEP 2020: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार (24 मार्च, 2025) को एनएसयूआई के नेतृत्व में आयोजित संसद मार्च में भाग लिया. इस विरोध प्रदर्शन में हजारों छात्रों ने शामिल होकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020, बार-बार होने वाले पेपर लीक, यूजीसी के नए मसौदा नियमों और शिक्षा के बढ़ते निजीकरण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की.
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी के नेतृत्व में निकाले गए इस मार्च को INDIA गठबंधन के कई वरिष्ठ सांसदों का समर्थन भी मिला. जंतर-मंतर पर छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था पर नियंत्रण कर स्वतंत्र सोच को दबाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे शिक्षा जगत में हो रहे बदलावों और कथित मनमानी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करें.
राहुल गांधी ने कहा, 'बीजेपी-आरएसएस की मंशा शिक्षा प्रणाली पर नियंत्रण कर स्वतंत्र सोच को खत्म करने की है. छात्रों को इस एजेंडे का विरोध करना होगा और इस आंदोलन को पूरे देश में फैलाना होगा. यह सिर्फ छात्रों की नहीं, बल्कि भारत के भविष्य की लड़ाई है'.
एनएसयूआई ने उठाई शिक्षा सुधार की मांग
एनएसयूआई प्रमुख वरुण चौधरी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, 'मौजूदा सरकार की नीतियां शिक्षा प्रणाली को कमजोर कर रही हैं. उन्होंने कहा कि परीक्षा प्रणाली में बार-बार हो रहे घोटाले और शिक्षा के बढ़ते निजीकरण से देश के लाखों छात्र प्रभावित हो रहे हैं लेकिन सरकार इस पर कोई ठोस कदम उठाने को तैयार नहीं है'.
छात्रों की गिरफ्तारी पर नाराजगी
इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने 100 से अधिक छात्रों को हिरासत में लिया, जिनमें एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी भी शामिल थे. छात्रों की इस गिरफ्तारी की निंदा हो रही है. एनएसयूआई और INDIA गठबंधन के छात्र संगठनों ने इस आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है. छात्र संगठनों का कहना है कि जब तक सरकार शिक्षा प्रणाली में सुधार नहीं करती और छात्रों की मांगों को स्वीकार नहीं करती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा.
NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, 'पेपर लीक जैसे मुद्दों को गंभीरता से देखा जाए. जामिया के अंदर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को जिन्हें गिरफ्तार किया गया था उन्हें छड़ा जाए. UGC का मसौदा हमारे शिक्षा सिस्टम को पूरी तरह से collapse कर देगा इसे वापस लेना चाहिए'. छात्र संगठनों में मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन (MSF) जामिया मिलिया इस्लामिया के और कई अन्य छात्र संगठनों ने भाग लिया.
यूजीसी मसौदे पर छात्रों का आक्रोश
'आंदोलन जारी रहेगा'
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि पेपर लीक जैसे गंभीर मुद्दों पर सरकार की उदासीनता छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने यूजीसी के मसौदे को शिक्षा प्रणाली के लिए विनाशकारी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की. चौधरी ने कहा, 'यह मसौदा हमारे शिक्षा सिस्टम को पूरी तरह से ध्वस्त कर देगा, सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए. जामिया मिलिया इस्लामिया सहित देशभर के विश्वविद्यालयों में जो छात्र विरोध कर रहे हैं, उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता'.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया
प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया, जिनमें एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी भी शामिल थे. पुलिस ने जबरदस्ती प्रदर्शन को समाप्त करने की कोशिश की, जिससे छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई.
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