कौन 'बुच को बचा' रहा? VIDEO शेयर कर बोले राहुल गांधी- सबका पर्दाफाश होगा
Congress Video On Madhbi Puri Buch: माधबी पुरी बुच के खिलाफ कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 26 अक्टूबर को करीब 10 मिनट का एक वीडियो शेयर किया गया है.
Congress Video On Madhbi Puri Buch: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के खिलाफ कांग्रेस ने फिर मोर्चा खोला है. शनिवार (26 अक्टूबर, 2024) को पार्टी सांसद राहुल गांधी के एक्स हैंडल पर माधबी पुरी बुच से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया गया. 10 मिनट से अधिक की ड्यूरेशन वाली इस क्लिप में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस के सीनियर नेता पवन खेड़ा सेबी चीफ पर जोरदार हमला करते नजर आए. वीडियो के साथ एक्स पोस्ट में लिखा गया, "पीएसी को जवाब देने से बचाओ, सेबी से इस्तीफे से बचाओ, अडानी पर जांच से बचाओ, कौन है ये सिंडिकेट जो 'बुच को बचा' रहा है? और सबसे ज़रूरी, वो क्यों बचा रहा है? सबका जल्द ही पर्दाफाश होगा- देखते जाइए!"
दिलचस्प बात यह रही कि वीडियो क्लिप में पवन खेड़ा के साथ एबीपी न्यूज के रिपोर्टर जैनेंद्र कुमार की बातचीत का छोटा सा हिस्सा भी इस्तेमाल किया गया. क्लिप में पवन खेड़ा कहते दिखे कि वह अब पार्टी के लिए इन्वेस्टिगेशन भी करते हैं क्योंकि अब देश में पिछले 10 सालों से खोजी पत्रकारिता नहीं हो रही है. उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए आगे कहा, “स्टॉक मार्केट में 10 करोड़ छोटे और मझोले निवेशकों की मेहनत की कमाई में हेराफेरी कौन कर रहा है? मोदी सरकार सेबी चेयरमैन को संसदीय जांच से क्यों बचा रही है? मोदी और शाह ने अकेले ही एक मजबूत बाजार नियामक सेबी की स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया है.”
PAC को जवाब देने से बचाओ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 26, 2024
SEBI से इस्तीफ़े से बचाओ
अडानी पर जांच से बचाओ
कौन है ये सिंडिकेट जो 'बुच को बचा' रहा है? और सबसे ज़रूरी, वो क्यों बचा रहा है? सबका जल्द ही पर्दाफाश होगा - देखते जाइए!pic.twitter.com/ZztE472Soi
सेबी को लेकर कांग्रेस ने हमेशा चिंता जताई
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि उसने हमेशा सेबी की स्वतंत्रता और अधिकारों में हो रहे क्षरण को लेकर चिंताओं को सामने रखा है. उन्होंने सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके परिवार से जुड़े हितों के टकराव के मामलों का खुलासा किया. इन गंभीर खुलासों में भारत के 11.5 करोड़ पंजीकृत निवेशकों के विश्वास को झकझोर दिया है, जो एक पारदर्शी और निष्पक्ष वित्तीय माहौल बनाए रखने के लिए सेबी पर निर्भर करते आए हैं.
माधबी बुच को किया गया था तलब
केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता वाली लोक लेखा समिति ने इससे पहले गुरुवार को नियामक संस्था (सेबी) को लेकर एक बैठक बुलाई थी, जिसमें सेबी के कामकाज और कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई. इसके अलावा माधबी बुच को भी तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए इसमें हिस्सा नहीं लिया.
जरूरी कारणों से नहीं आ पाई माधबी बुच
केसी वेणुगोपाल ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते कहा था कि लोक लेखा समिति ने बैठक बुलाई, जिसमें नियामक निकायों की समीक्षा करने का निर्णय लिया. इससे संबंधित लोगों को नोटिस भी भेजा गया था और उन्होंने बैठक में शामिल होने को लेकर छूट मांगी, लेकिन हमने उनकी इस मांग को अस्वीकार कर दिया. उसके बाद उनकी ओर से पुष्टि करते हुए गया कि वह और उनकी टीम समिति के सामने मौजूद रहेंगी मगर मीटिंग से पहले सूचना मिली है कि सेबी प्रमुख कुछ जरूरी वजहों से दिल्ली नहीं आ सकती. इसके बाद अन्य तारीख तक स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.
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