देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज जयंती है. इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को लद्दाख में 14270 फीट की ऊंचाई पर पैंगात्सो झील के किनारे श्रद्धांजलि दी. समाचार एजेंसी एएनआई ने इस बारे में जानकारी दी है. जम्मू और कश्मीर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकास रसूल वाली ने एएनआई से बताया कि राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी. हम उन्हें याद करने के लिए यहां एकत्र हुए हैं.


राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने पिता को याद करते हुए लिखा, पापा, आपकी आंखों में भारत के लिए जो सपने थे, इन अनमोल यादों से छलकते हैं. आपके निशान मेरा रास्ता हैं - हर हिंदुस्तानी के संघर्षों और सपनों को समझ रहा हूं, भारत मां की आवाज़ सुन रहा हूं.


 






राहुल बोले- लद्दाख में लोग खुश नहीं


श्रद्धांजलि के बाद राहुल गांधी ने चीनी घुसपैठ को लेकर कहा कि यहां पर तो सब लोग कह रहे हैं कि चीन की सेना घुसी है. प्रधानमंत्री कहते हैं कि यहां कोई नहीं आया है जो कि सच नहीं है. आप यहां किसा से भी पूछ लीजिए, वो यही कहेगा. भारत जोड़ो यात्रा के समय हम यहां आना चाहते थे, लेकिन कुछ कारणों के कारण हम यहां नहीं आ पाए.


उन्होंने कहा कि लद्दाख के लोगों की कई शिकायतें हैं. लद्दाख को जो स्टेटस दिया गया है इससे लोग खुश नहीं हैं. लोगों को प्रतिनिधित्व चाहिए. लोग कह रहे हैं कि नौकरशाही से राज्य नहीं चलाना चाहिए, जनता की आवाज से चलना चाहिए. 


लद्दाख दौरे पर हैं राहुल


राहुल गांधी इन दिनों लद्दाख की यात्रा पर हैं. 5 अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राज्य का पुनर्गठन कर केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद राहुल गांधी की ये पहली लद्दाख यात्रा है. अगले सप्ताह वे कारगिल जाएंगे, जहां पर अगले महीने हिल काउंसिल के चुनाव होने हैं.


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