नई दिल्ली: सीबीआई में जारी लड़ाई राजनीतिक रंग ले चुकी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जहां सधी हुई प्रतक्रिया दे रही है. वहीं कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियां हमलावर है. कांग्रेस सीबीआई को हाईजैक करने का आरोप लगा रही है. पार्टी ने आज देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. नई दिल्ली में सीबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन का नेतृत्व खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे. इस विरोध प्रदर्शन में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी भाग लेगी.

राहुल गांधी ने देर रात ट्वीट कर कहा, ''राफेल घोटाले की जांच ना हो पाए इसलिए प्रधानमंत्री ने CBI प्रमुख को असंवैधानिक तरीक़े से हटा दिया. CBI को पूरी तरह नष्ट किया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी, कल, इसके विरोध में देश के हर CBI दफ़्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी. मैं CBI मुख्यालय, दिल्ली, सुबह 11 बजे से, इसका नेतृत्व करूंगा.''


कांग्रेस के प्रदर्शनों के बीच आज सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा की याचिका पर सुनवाई होगी. आलोक वर्मा ने सरकार द्वारा छुट्टी पर भेजे जाने और एम. नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर बनाए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है.

छुट्टी पर भेजे गए CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा की याचिका पर SC में सुनवाई आज

दरअसल, 24 अक्टूबर की रात को सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया था. वहीं वर्मा की जगह एम नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किया गया था. सरकार का कहना है कि सीवीसी की सलाह के बाद यह कदम उठाया गया था.

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वहीं विपक्षी दलों ने इसे राफेल डील से जोड़ते हुए कहा है कि आलोक वर्मा राफेल डील की जांच शुरू करने वाले थे इसलिए मोदी सरकार ने उन्हें हटा दिया था. आपको बता दें कि आलोक वर्मा ने राकेश अस्थाना पर रिश्वत का आरोप लगने के बाद एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे. इससे पहले राकेश अस्थाना ने आलोक वर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. ये मामला पिछले दिनों सार्वजनिक तौर पर उभर आया. जिसके बाद सरकार ने आनन-फानन में दोनों अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया.

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