नई दिल्ली: सरकार लॉकडाउन में धीरे धीरे छूट दे रही है लेकिन कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब इसी को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को हुई 22 विपक्षी दलों की बैठक का वीडियो जारी कर सरकार को निशाने पर लिया है. इस वीडियो में राहुल गांधी दावा कर रहे हैं कि लॉकडाउन मनमाने तरीके से लिया गया फैसला था और अब ये फेल हो चुका है. राहुल गांधी का आरोप है कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.


बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में देश की 22 बड़ी विपक्षी पार्टियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए बैठक हुई थी. बैठक में कोरोना वायरस महामारी के बीच प्रवासी श्रमिकों की स्थिति और मौजूदा संकट से निपटने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों और आर्थिक पैकेज पर मुख्य रूप से चर्चा हुई थी. हालांकि इस वर्चुअल बैठक में एसपी, बीएसपी और आम आदमी पार्टी ने हिस्सा नहीं लिया.





बैठक में सोनिया गांधी ने अपनी बात रखते हुए कहा था कि "सरकार लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों को लेकर असमंजस में है और ना ही उसने इससे निकलने की कोई रणनीति तैयार की है. संकट के इस समय भी सारी शक्तियां प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक सीमित हैं."


प्रमुख विपक्षी दलों की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि इस सरकार में संघवाद की भावना को भुला दिया गया है और विपक्ष की मांगों को अनसुना कर दिया गया.


ये विपक्षी नेता हुए थे शामिल


बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, सीताराम येचुरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, द्रमुक नेता एमके स्टालिन, राजद नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला समेत कई बड़े नेता शामिल हुए थे.


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