नई दिल्ली: प्रियंका गांधी की राजनीति में आधिकारिक एंट्री हो गई है. एंट्री भी ऐसी वैसी नहीं बल्कि धमाकेदार हुई है जिसके तहत उन्हें पार्टी के महासचिव के अलावा पूर्वी उत्तर प्रेदश का प्रभारी भी बनाया गया है. इस पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "मेरी बहन (प्रियंका) काबिल और कर्मठ हैं." उन्होंने आगे कहा कि प्रियंका और ज्योतिरादित्य को यूपी दो महीने के लिए नहीं भेजा है. उन्हें मिशन दिया है कि यूपी में कांग्रेस की सच्ची विचारधारा, सबको आगे बढ़ाने के विकास की विचारधारा के लिए लड़ना है.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि ये दोनों (प्रियंका और ज्योतिरादित्य) काम करेंगे और जो यूपी के युवा को चाहिए वो कांग्रेस दे सकती है. जब राहुल से ये सवाल किया गया कि क्या प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये प्रियंका के ऊपर है. उन्होंने चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति साफ करते हुए कहा कि हम बैकफुट पर नहीं खेलने वाले हैं. हम गुजरात और अन्य राज्यों में भी बैकफुट पर नहीं खेले और उत्तर प्रदेश में भी बैकफुट पर नहीं खेलेंगे.
राहुल ने गठबंधन पर अपने विचार साफ करते हुए लिखा कि वो मायावती और अखिलेश यादव का आदर करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी के खिलाफ है. जहां भी मायावती और अखिलेश को सहयोग की जरुरत होगी हम करने के लिए तैयरा हैं. बीजेपी को हराने के लिए हम जहां भी काम कर सकते हैं करेंगे. राहुल ने ये भी कहा, "मैं चाहता हूं कि यूपी नंबर वन प्रदेश बने. आपने अपने प्रदेश को देखा है कि किस तरह राज्य को नष्ट किया है. हम आपके साथ नया सपना पूरा करना चाहते हैं. बीजेपी वाले थोड़े घबराए हुए हैं."
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