Global Hunger Index: 'RSS-BJP कब तक जनता को गुमराह करेंगे?', हंगर इंडेक्स की रैंकिंग पर बोले राहुल गांधी
Global Hunger Index 2022: वैश्विक भूख सूचकांक-2022 में भारत की रैंकिंग को लेकर विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार को निशाना पर ले लिया है.
Rahul Gandhi On Global Hunger Index: ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2022 में भारत (India) की गंभीर स्थिति को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी (PM Modi) पर तीखा हमला बोला है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, "भूख और कुपोषण में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर. अब प्रधानमंत्री और उनके मंत्री कहेंगे कि भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है."
राहुल गांधी ने आगे लिखा कि, "आरएसएस-बीजेपी कब तक असलियत से जनता को गुमराह कर, भारत को कमजोर करने का काम करेगी?" राहुल गांधी के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर निशाना साधा है.
भूख और कुपोषण में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 16, 2022
अब प्रधानमंत्री और उनके मंत्री कहेंगे, 'भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है।'
RSS-BJP कब तक असलियत से जनता को गुमराह कर, भारत को कमज़ोर करने का काम करेगी?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पूछा सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया कि मोदी जी, क्या कोई और बहाना बच गया है? उन्होंने कहा कि भूख सूचकांक में भारत फिर नीचे की ओर फिसल गया. जिन तथ्यों के कारण ये स्थिति पैदा हुई है बीजेपी उन्हें छिपाने का प्रयास कर रही है.
ग्लोबल हंगर इंडेक्स में पिछड़ा भारत
बता दें कि, आयरलैंड और जर्मनी के गैर-सरकारी संगठनों, कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्ट हंगर हिल्फ ने शनिवार (15 अक्टबूर) को 121 देशों की ग्लोबल हंगर रिपोर्ट जारी की है. इस लिस्ट में भारत 107वें पर है. भारत के मुकाबले पड़ोसी देश श्रीलंका (64), पाकिस्तान (99), बांग्लादेश (84) और नेपाल (81) कहीं बेहतर स्थिति में हैं. एशिया में भारत से पीछे केवल अफगानिस्तान ही है और वह 109वें नंबर पर है.
केंद्र सरकार ने रिपोर्ट को नकारा
हालांकि भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. शनिवार को केंद्र सरकार ने कहा कि ये रिपोर्ट न केवल जमीनी हकीकत से अलग है, बल्कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार के किए गए कामों को जानबूझकर नजरअंदाज करती है. केंद्र ने कहा कि इसके जरिए भारत की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है. साथ ही सरकार की ओर से कहा गया कि हर साल गलत सूचना जारी करना ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) की पहचान लगती है.
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