राहुल गांधी फिर बोले- सरकार को कृषि कानून वापस लेना ही होगा, पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर भी घेरा
राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा टैक्स के नाम पर ‘डकैती’ की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने होंगे.
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर महंगाई और तीनों कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने फिर कहा कि सरकार को तीनों कानून वापस लेने होंगे. इसके साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल मार्केट में तेल के गिरते दाम का भी जिक्र किया. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की तरफ से टैक्स के नाम पर 'डकैती' हो रही है. सरकार को पेट्रोल, डीजल और गैस के दाम कम करने पड़ेंगे.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, “बीज बोकर जो धैर्य से फ़सल का इंतज़ार करते हैं, महीनों की प्रतीक्षा व ख़राब मौसम से वे नहीं डरते हैं! तीनों क़ानून तो वापस करने ही होंगे!”
वहीं एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, “अंधी महंगाई 3 कारणों से असहनीय है. पहला- अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के गिरते दाम. दूसरा- केंद्र सरकार के द्वारा टैक्स के नाम पर डकैती और तीसरा- इस डकैती से 2-3 उद्योगपतियों का मुनाफ़ा. पूरा देश इसके ख़िलाफ़ एकजुट है- सरकार को सुनना ही होगा!”
अंधी महँगाई 3 कारणों से असहनीय है- 1. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के गिरते दाम। 2. केंद्र सरकार के द्वारा टैक्स के नाम पर डकैती। 3. इस डकैती से 2-3 उद्योगपतियों का मुनाफ़ा। पूरा देश इसके ख़िलाफ़ एकजुट है- सरकार को सुनना ही होगा! #SpeakUpAgainstPriceRise pic.twitter.com/Avz6I1CwZi
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 5, 2021
अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने एक वीडियो भी शेयर किया. इसमें उन्होंने कहा, “जैसा कि आप जानते हो, इंटरनेशल मार्केट में तेल के दाम पहले से कम हैं. लेकिन जब आप पेट्रोल पंप पर अपनी गाड़ियों में तेल भरते हो आपको पता लगता है कि हिंदुस्तान में पेट्रोल और डीजल के दाम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. ये जो पैसा आपकी जेब से निकाला जा रहा है, ये आपको वापस नहीं मिल रहा है. आपके बच्चों की शिक्षा में और आपके स्वास्थ्य में ये इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. ये पैसा सरकार चुने हुए दो तीन बड़े उद्योगपतियों को देती है. नुकसान आपको होता है. कोरोना में सबसे ज्यादा चोट आपको लगी. मध्यम वर्ग के लोगों को लगी. छोटे दुकानदारों को, मजदूरों को, किसानों को, गरीबों को लगी. पूरा का पूरा फायदा दो तीन उद्योगपतियों को हो गया. सरकार को पेट्रोल, डीजल और गैस के दाम करने पड़ेंगे.”