नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित ओबीसी सम्मेलन के दौरान ओबीसी हुनर की बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कोका-कोला कम्पनी शुरु करने वाला कभी शिकंजी बेचता था, मैक-डोनाल्ड बर्गर वाला कभी ढाबा चलाता था. इसी तरह फोर्ड, होंडा जैसी कार कम्पनी के मालिक कभी मैकेनिक थे. ऐसा क्यों है कि भारत में ढाबा वाले बड़ी कम्पनी क्यों नहीं खोल पाते हैं. ओबीसी समुदाय के लोगों को मोदी सरकार ने हाशिए पर ढकेल दिया है. अगर मौका दिया जाता तो इस समुदाय के लोग काफी आगे जा सकते हैं.


हालांकि राहुल गांधी के शिकंजी, ढाबावाला और मैकेनिक वाले बयान को लेकर ट्विटर पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है. कई लोग उनके बयान का मजाक उड़ा रहे हैं. लोगों का कहना है कि राहुल गांधी ने अतिरेक में ये बातें कह दीं कि कोका-कोला वाला शिकंजी था और मैकडॉनल्ड वाला ढाबा चलाता था. जबकि सच्चाई इससे बिल्कुल अलग है.

आइए आपको बताते हैं कि आखिर राहुल गांधी ने क्या कहा है और वास्तविकता क्या है.

1. बयान: राहुल गांधी ने कहा, "हर किसी ने कोका कोला कंपनी के बारे में सुना होगा. क्या कोई जानता है कि इस कंपनी को किसने शुरू की? वो अमेरिका में शिकंजी बेचते थे. वो पानी में चीनी मिलाया करते थे. उनके टैलेंट को सम्मानित किया गया और उन्हें पैसा मिला. इसके बाद उन्होंने कोका-कोला कंपनी शुरू की."

फैक्ट: कोका-कोला कंपनी के फाउंडर जॉन पेम्बरटन पेशे से एक फार्मासिस्ट थे. वो अमेरिकन आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल भी रहे थे. पेम्बरटन मॉर्फीन ड्रग्स के आदी हो गए थे और इसी के इलाज के लिए उन्होंने सॉफ्ट ड्रिंक बनाई जो कि बाद में कोला-कोला के नाम से मशहूर हुई. पेम्बरटन ने कोका नाम के पौधे का अर्क, कोला अखरोट और कार्बोनेटेड पानी को मिलाकर सिरप बनाया था. तभी इसका नाम कोका-कोला पड़ा. जैसा की राहुल गांधी ने दावा किया कि वे पानी में चीनी मिलाने में माहिर थे, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है.

2. बयान: राहुल ने कहा, "आपने मैकडॉनल्ड कंपनी के बारे में जरुर सुना होगा. किसने इसकी शुरूआत की और वो क्या करते थे? वो एक ढाबा चलाते थे. आप भारत में किसी ऐसे ढाबेवाले को दिखाइए जिसने कोका-कोला जैसी कंपनी बनाई हो."

फैक्ट: मैकडॉनल्ड कंपनी की शुरूआत रिचर्ड और मौरिस मैकडॉनल्ड ने की थी. दोनों लोग मिलकर 1937 में कैलिफोर्निया में छोटा सा 'हॉट डॉग' स्टैंड लगाते थे. इसके बाद उन्होंने सैन बर्नार्डिनो में एक बड़ा 'हॉट डॉग' स्टैंड खोला और 1940 में इन्होंने मैकडॉनल्ड नाम से रेस्टोरेंट की शुरूआत की.

3. बयान: राहुल गांधी ने कहा कि फोर्ड, होंडा और मर्सिडीज-बेंज जैसी कार कम्पनी के मालिक कभी मैकेनिक थे.

फैक्ट: फोर्ड मोटर कंपनी की शुरुआत 1903 में हेनरी फोर्ड और 11 लोगों ने मिलकर की थी. फोर्ड अपरेंटिस मशीनिनिस्ट यानि कि मशीन बनाने वाला प्रशिक्षु के तौर पर काम करते थे और 1896 में उन्होंने अपनी पहली कार बनाई थी. वहीं मर्सिडीज-बेंज की शुरूआत गॉटलीब डैमलर और कार्ल बेंज ने की थी. डैमलर ने अपने करियर की शुरूआत ड्राफ्ट्समैन के रूप में की थी तो कार्ल ने बतौर मैकेनिकल इंजीनीयर से अपने करियर की शुरूआत की. होंडा कंपनी की शुरूआत सोईशिरो होंडा ने की थी. बचपन में सोईशिरो अपनी पिता के साइकिल रिपेयर बिजनेस में मदद करते थे. उन्होंने अपने करियर की शुरूआत कार मैकेनिक के रूप में की थी.