नई दिल्ली: कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन है. इस दौरान प्रवासी मजदूरों के पलायन की खबरें सामने आई है. अपने राज्य से दूर रहने वाले इन मजदूरों के सामने लॉकडाउन के एलान के बाद रोजगार न मिलने का संकट आ खड़ा हुआ है. कुछ पैदल ही अपने राज्यों की ओर निकल चुके हैं तो कुछ को अभी भी मदद के इंतजार में हैं. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन हमारे गरीब और कमजोर लोगों को बर्बाद कर देगा. ऐसे में इस संकट से निपटने के लिए सूक्ष्म दृष्टिकोण की आवश्यकता है. अभी भी बहुत देर नहीं हुई है.
राहुल गांधी ने कहा, ‘’लॉकडाउन हमारे गरीब और कमजोर लोगों को तबाह कर देगी. यह भारत के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा जिसे हम प्यार करते हैं. हमारे फैसले बहुत ही ध्यान से सोच विचार कर लिए जाने चाहिए. इस संकट से निपटने के लिए एक अधिक सूक्ष्म और दयालु दृष्टिकोण की जरूरत है. अभी बहुत देर नहीं हुई है.’’
बता दें कि प्रवासी मजदूरों और छात्रों को लॉकडाउन के दौरान जरूरी वस्तुएं मिलती रहें इसको लेकर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपने यहां के प्रवासी मजदूरों, छात्रों, महिलाओं और दूसरे कामगारों के लिए भोजन, साफ पानी और रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाएं.
उधर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी. इसमें उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर सरकार के लॉकडाउन के फैसले का समर्थन किया था. इसके साथ ही उन्होंने सरकार को सुझाव दिया था कि स्वास्थ्यकर्मियों को मास्क बांटे जाएं. इसके साथ ही अस्थायी अस्पताल शुरू किए जाएं जिसमें बड़ी संख्या में आईसीयू और वेंटिलेटर हों.