कांग्रेस महाधिवेशन: राहुल गांधी ने कौरवों से की बीजेपी की तुलना, पांडवों की तरह कांग्रेस सच की लड़ाई के लिए बनी है
कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन का आज आखिरी दिन था और इसका समापान भाषण कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिया. दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में ये अधिवेशन शनिवार को शुरू हुआ था.
नई दिल्लीः कांग्रेस के 84वें अधिवेशन के समापन भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर तीखा हमला बोला है. राहुल गांधी ने बीजेपी की तुलना कौरवों से की तो कांग्रेस को पांडव बताया. वहीं मोदी सरनेम को भ्रष्टाचार का पर्याय बता दिया. अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी में एक हत्या के आरोपी को पार्टी का अध्यक्ष बना दिया गया जबकि कांग्रेस पार्टी में ऐसा कभी नहीं होगा.
कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन का आज आखिरी दिन था और इसका समापान भाषण कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिया. दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में ये अधिवेशन शनिवार को शुरू हुआ था. राहुल गांधी ने अपना आधा भाषण हिंदी में और आधा भाषण अंग्रेजी में दिया. आज राहुल गांधी ने समापन भाषण में कहा कि बीजेपी एक संगठन की आवाज है जबकि कांग्रेस पार्टी पूरे देश की आवाज है और इसे कोई दबा नहीं सकता है.
जानें राहुल गांधी के समापन भाषण की मुख्य बातें राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत कौरवों और पांडवों का उदाहरण देते हुई कि कुरुक्षेत्र की लड़ाई में कौरवों के पास सब कुछ था लेकिन अहंकार भी था. उनकी लड़ाई पांडवों की छोटी सेना से थी. पांडव ज्यादा बोलते नहीं थे लेकिन सच के लिए लड़ रहे थे. कौरवों की तरह बीजेपी-आरएसएस सत्ता के लिए बने हैं पांडवों की तरह कांग्रेस सच की लड़ाई के लिए बनी है. कुरुक्षेत्र में सवाल था कि देश झूठ के साथ जिएगा या सच का सामना करेगा? यही सवाल हजारों साल बाद फिर सामने खड़ा है. यूपीय सरकार के आखिरी वर्षों में हम लोगों की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर सके, हमने लोगों को निराश किया पर अब ऐसा नहीं होगा.
कांग्रेस एक देश की आवाज बीजेपी के नेता सत्ता के नशे में हैं. लोग हत्या के आरोपी को बीजेपी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार कर सकते हैं लेकिन ऐसा कांग्रेस के लिए स्वीकार नहीं कर सकते. क्योंकि कांग्रेस को लेकर लोगों की अपेक्षा अलग है. बीजेपी एक संगठन की आवाज है. कांग्रेस एक देश की आवाज है. 70 साल पहले कांग्रेस के मंच पर गांधी, नेहरू, पटेल, जगजीवन राम आदि थे. वैसी ही कांग्रेस पार्टी मैं देखना चाहता हूं. बुजुर्ग नेताओं की, युवाओं की और पार्टी के बाहर के युवाओं की सबकी पार्टी में जगह है. हमारे नेता गांधी जब जेल में थे तब उनके नेता सावरकर अंग्रेजों को माफी की चिट्ठी लिख रहे थे. इस देश की मिट्टी में हमारे लोगों का बलिदान मिला हुआ है.
बीजेपी, आरएसएस पर बोला हमला बीजेपी का एकमात्र धर्म सत्ता छीनने का है और इसके लिए वो नफरत की राजनीति करती है. बीजेपी में एक हत्या के आरोपी को पार्टी का अध्यक्ष बना दिया गया जबकि कांग्रेस पार्टी में ऐसा कभी नहीं होगा. पूरे देश में बीजेपी ने डर फैला रखा है. 70 साल में पहले ऐसा नहीं हुआ. मीडिया को डराया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के 4 जज न्याय लेने जनता की ओर दौड़ रहे थे. ये आरएसएस के संगठन का काम है. आरएसएस छुआछूत का बचाव करती है. आम्बेडकर के साथ भाव भाव हुआ. ऊना में दलित युवाओं की पिटाई करने वालों की मानसिकता वही है. मुसलमान से कहते हैं तुम यहां के नहीं हो. तमिल से कहते हैं अपनी भाषा को बदलो. पूर्वोत्तर के लोगों से कहते हैं आपका खाना ठीक नहीं है. महिलाओं को कपड़े पहनने पर नसीहत देते हैं. कलबुर्गी को बोलने से रोकते हैं. आरएसएस देश के संगठनों को खत्म करना चाहती है. वो चाहते हैं कि सारे संगठन आरएसएस के नीचे काम करे. हम हमारे संगठनों की रक्षा करेंगे.
मंदिर का दिया उदाहरण राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में कहा गया कि मैं मंदिर क्यों जाता हूँ. जबकि मैं काफी पहले से मन्दिर जाता हूँ. इसके साथ मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा भी जाता हूं. राहुल गांधी ने दो मंदिरों की कहानी सुनाई. एक कांग्रेस का पुजारी एक बीजेपी का पुजारी. उन्होंने कहा कि मैं शिव मंदिर में गया. पुजारी पूजा कर रहे थे. पुजारी से पूछा क्या किया? पुजारी ने कहा दीवार से मत्था लगा. मैं कश्मीर का हूं. ये इन्हें मत बताना. तुझे भगवान कहीं भी मिल जाएगा. मस्जिद, चर्च, पेड़ कहीं भी. जहां देखो वहां मिलेगा. उसके बाद एक दूसरे शिव मंदिर में गया. वही सवाल पूछा. कहा गया ये मत पूछो. मैंने तुम्हारे लिए पूजा कर ली है, अब तुम पीएम बनने जा रहे हो. जब तुम पीएम बन जाओगे उस छत पर सोना लगा देना. एक व्यक्ति सच्चाई कहता है. हमारा भगवान मंदिर, मस्जिद, सब जगह है. बीजेपी का धर्म छीनने में है.
किसानों, युवाओं पर फोकस देश कठिनाई में है. किसान कहते हैं कि जी नहीं सकते. खेती में पैसा नहीं बनता. आत्महत्या करनी पड़ती है. करोड़ों युवा बेरोजगार हैं. चार साल पहले मोदी पर इन लोगों ने भरोसा किया. वो भरोसा टूट गया है. पहले रोजगार दूसरे किसान. एक ही संगठन है हाथ वाला संगठन, हिंदुस्तान की शक्ति का संगठन जो युवाओं को रोजगार दे सकता है. लेकिन इसके लिए इस संगठन को बदलना पड़ेगा. कुछ लोगों को अच्छा नहीं लगेगा लेकिन बदलना पड़ेगा. हर जिले में कोई ना कोई चीज बनती है. स्किल की कोई कमी नहीं है. कमी एक है, पैसे नहीं है, टेक्नोलॉजी नहीं है. हम स्किल को बैंक और तकनीक से जोड़ने का काम करेंगे.
पार्टी को लेकर की बड़ी बात कांग्रेस के कार्यकर्ता में देश को बदलने की ऊर्जा है लेकिन उनके और नेताओं के बीच दीवार खड़ी है. मेरा पहला काम उस दीवार को तोड़ने का होगा. सीनियर नेताओं से प्यार से ये दीवार तोड़ेंगे. इस दीवार के अलग अलग रूप हैं. कोई पैराशूट उम्मीदवार आ जाता है. खून-पसीना देने वाले कार्यकर्ता को कहा जाता है तुम्हें टिकट नहीं मिलेगा क्योंकि तुम्हारे पास पैसा नहीं है. अब ऐसा नहीं होगा. कार्यकर्ता को टिकट मिलेगा. हमने गुजरात में ये किया मोदी सीप्लेन में उड़ते नजर आए. युवाओं के लिए मैंने ये स्टेज खाली किया है. हिंदुस्तान को बदलना है तो हर जात-धर्म के युवा को साथ आकर बदलना है. जो भी टैलेंटेड लोग हैं. जिनके दिल में हिंदुस्तान की आग जलती है, उन सबको घसीट कर इस स्टेज पर लाऊंगा. युवाओं और राजनीतिक सिस्टम में दीवार है. युवाओं ने मोदी पर भरोसा किया. उनकी गाड़ी को धक्का दिया. लेकिन युवा पीछे रह गया नीरव मोदी, ललित मोदी, राफेल, अमित शाह का पुत्र बैठ कर मोदी की गाड़ी निकल गई.
पीएम पर बोला हमला जब भी देश की समस्या की तरफ ध्यान जाए तो कोई घटना सामने आ जाती है. कभी सर्जिकल स्ट्राइक तो कभी कहते हैं योगा करो. युवा के पास रोज़गार नहीं है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन पीएम कहते हैं कि चलो इंडिया गेट के सामने योगा करते हैं. मोदी के चेहरे का रंग बदल गया है. सूट नहीं पहनते. वो सोच रहे हैं कि गुजरात में निकल गए लेकिन 2019 में फंस जाएंगे. प्रधानमंत्री इवेंट के जरिये हमारा ध्यान भंग करते हैं. सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबन्दी, जीएसटी, योगा इवेंट. और फिर बोलने से रोका जाता है. कोई भी सत्ता कांग्रेस को सच कहने से नहीं रोक सकती. अमीर लोग पैसा लेकर भाग जाते हैं. मोदी की माया में जीते हैं. अच्छे दिन, स्वच्छ भारत, 15 लाख की माया में जीते हैं. वो आपकी आंखों में देख कर कहेंगे कि इंतजार करो. नीरव मोदी जिनका नाम पीएम से मिलता है. ललित मोदी का नाम भी पीएम से मिलता है. मोदी का मतलब देश के पूंजीपतियों से सांठगांठ है. मोदी मोदी को 30 हजार करोड़ देते हैं. बदले में वो मोदी को प्रचार के लिए पैसे देते हैं. राष्ट्र की चुनौतियों को स्वीकार करने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी जी ने हमारी समस्याओं को ही भटका दिया. हमें बताया जा रहा है कि हमारी समस्याएं हमारी कल्पनाओं में ही विद्यमान है. ग़रीबों के पास मोदी की माया के संसार में रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
अमेरिका, चीन से करना है मुकाबला दुनिया में अमेरिका, चीन के विजन के बीच भारत का विजन देखना चाहता हूं. चीन से मुकाबला करना है. इस समय सत्ता भ्रष्टाचारियों की पकड़ में है. कहा जाता है कि देश तरक्की कर रहा है. लेकिन देश के युवा के पास रोजगार नहीं है.
रोजगार और किसान किसानों की ज्यादा फसल खराब हो जाती है. इसके उपाय के लिए पूरे देश में कांग्रेस फूड पार्क का नेटवर्क लगाएगी. किसान सीधा फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्री में ले जा कर बेच पायेगा. किसानों ने खून पसीने से इस देश को बनाया है. हमारी सरकार आपकी रक्षा करेंगे. जैसे 70 हजार करोड माफ किये वैसे ही मदद करेंगे. जब भी देश की समस्या की तरफ ध्यान जाए तो कोई घटना सामने आ जाती है. कभी सर्जिकल स्ट्राइक तो कभी कहते हैं योगा करो. युवा के पास रोज़गार नहीं है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन पीएम कहते हैं कि चलो इंडिया गेट के सामने योगा करते हैं.
शिक्षा: व्यापम को पूरे देश में फैलाया जा रहा है. दिल्ली में युवा धरना दे रहे हैं. प्रश्न पत्र बिकता है. ये जाल पूरे देश में फैल रहा है. कांग्रेस उच्च शिक्षा को देश के कोने कोने में फैला देंगे. आईआईटी आईआईएम जैसी शिक्षा कांग्रेस देने का काम करेगी.
कांग्रेस की जीत का दावा जब हमें ठोकर लगती है तो हम हिंदुस्तान की आत्मा के पास जाते हैं. धीरे धीरे राजनीति ही हमें सिखाती है. हम गलती करते हैं तो मान भी लेते हैं. लेकिन आरएसएस अपनी गलती नहीं मानता. किसी से हमें नहीं डरना है. ये गांधी जी का संगठन है, शेरों का संगठन है. हम जीतेंगे और अपने देश को रास्ता दिखाएंगे. कांग्रेस ने कोई गलती की होती तो तुरंत स्वीकार करती. नोटबन्दी, जीएसटी से भारी नुकसान हुआ लेकिन ये लोग गलती नहीं मानेंगे. दुनिया में हमारे जीएसटी का रेट सबसे ज्यादा है यहां तक कि पाकिस्तान, सूडान से भी ज्यादा है. प्रेस कांग्रेस के खिलाफ लिखती है लेकिन हम आपकी रक्षा करेंगे. दो विचारधारा की लड़ाई है और हमारी विचारधारा जितने जा रही है. बीजेपी लगातार चुनाव हार रही है.
मोदी जी सोचते हैं कि वो भगवान के अवतार हैं. सब साथ मिल कर लड़ेंगे. झगड़ा करना है तो चुनाव के बाद करें. कांग्रेस का कार्यकर्ता 2019 में बताएगा की कांग्रेस कैसे लड़ती है और जीतती है. चीन सब जगह है. हमारे बाजार से लेकर डोकलाम, मालदीव नेपाल से लेकर हर जगह नज़र आ रहा है. इस स्थिति को बदलने के लिए मिलकर काम करना होगा.
राहुल गांधी के भाषण के वक्त कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त उत्साह देखा गया और उनके भाषण के बाद 'वक्त है बदलाव का' नारा लगाया गया.
इससे पहले कांग्रेस के महाधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर कड़ा हमला बोला. कल सोनिया गांधी ने पीएम मोदी पर भ्रष्टाचारियों का साथ देने का आरोप लगाया. इसके साथ ही सोनिया गांधी ने अहंकार मुक्त, पक्षपात मुक्त, प्रतिशोध मुक्त भारत बनाने का आह्वान किया. आज मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था, आतंकवाद, रक्षा और विदेश नीति को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है.