नई दिल्ली: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने भी किसानों का कर्ज माफ कर दिया है. अशोक गहलोत सरकार ने फैसला किया है किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्जा माफ होगा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों राज्यों में कर्जमाफी के एलान का स्वागत किया है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि काम पूरा हुआ. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''काम पूरा हुआ, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ ने किसानों के कर्ज माफ किए. 10 दिन मांगे थे, हमने दो दिन में कर दिया.''





बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन राज्यों में चुनावी प्रचार के दौरान किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था जो अब पूरा हो चुका है. कांग्रेस शासित राज्यों के फैसले के बाद बीजेपी भी दबाव में आ चुकी है.


क्या है राजस्थान सरकार का कर्जमाफी का फैसला?
गहलोत सरकार ने फैसला किया है कि किसानों का कॉपरेटिव बैंक का पूरा कर्जा माफ होगा. कमर्शियल और ग्रामीण बैंकों से लिया गया किसानों का 2 लाख तक का अल्पकालीन कृषि कर्ज माफ होगा. 30 नवंबर 2018 तक लोन ना चुकाने वाले किसानों को इसका फायदा मिलेगा. कर्जमाफी से सरकार पर 18 हजार करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा.


मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने क्या फैसले लिए ?
मध्य प्रदेश के किसानों का बकाया 2 लाख रुपये तक का फसल कर्ज माफ कर दिया गया है. इसके अलावा कन्या विवाह योजना की सहायता राशि बढ़ाई गई है. कन्या विवाह योजना के लिए 51 हज़ार रुपये मिलेंगे जबकि पहले हितग्राही को 25 हज़ार रुपये की मदद मिलती थी. इसके अलावा प्रदेश में 4 गारमेंट्स पार्क को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंज़ूरी दे दी है. बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में निवेश और रोज़गार को लेकर भी सीएम कमलनाथ ने बड़ा फैसला लिया है.


छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल ने क्या फैसले लिए?
बघेल सरकार ने राज्य के करीब 16 लाख किसानों का सारा कर्ज माफ करने का एलान किया है. छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक और कॉपरेटिव बैंक से कर्ज लेने वाले किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा. कमर्शियल बैंकों से लोन लेने वाले किसानों की जांच के बाद कर्जमाफी होगी.


छत्तीसगढ़ सरकार ने धान की फसल पर एमएसपी 2500 रुपए प्रति क्विंटल करने की घोषणा की है जो पहले 1750 रुपए क्विंटल था. वहीं झीरम घाटी हमले की जांच के लिए भी एसआईटी का गठन किया है, 2013 में हुए इस हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नंद कुमार पटेल समेत 29 लोग मारे गए थे.