राहुल गांधी बोले- मोदी सरकार के तीन 'काले' अध्यादेश किसान-खेतिहर मज़दूर पर घातक प्रहार है
बता दें कि किसानों ने आशंका जताई है कि इन अध्यादेशों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली को खत्म करने का रास्ता साफ होगा और वे बड़े कॉरपोरेट घरानों की ‘दया’ के भरोसे रह जाएंगे. वे इन अध्यादेशों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
नई दिल्ली: कृषि अध्यादेशों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता राहल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए अध्यादेशों पर कहा कि यह पीएम मोदी का एक और किसान-विरोधी षड्यंत्र है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया,'' किसान ही हैं जो ख़रीद खुदरा में और अपने उत्पाद की बिक्री थोक के भाव करते हैं. मोदी सरकार के तीन 'काले' अध्यादेश किसान-खेतिहर मज़दूर पर घातक प्रहार हैं ताकि न तो उन्हें MSP व हक़ मिलें और मजबूरी में किसान अपनी ज़मीन पूँजीपतियों को बेच दें. मोदी जी का एक और किसान-विरोधी षड्यंत्र.''
किसान ही हैं जो ख़रीद खुदरा में और अपने उत्पाद की बिक्री थोक के भाव करते हैं। मोदी सरकार के तीन 'काले' अध्यादेश किसान-खेतिहर मज़दूर पर घातक प्रहार हैं ताकि न तो उन्हें MSP व हक़ मिलें और मजबूरी में किसान अपनी ज़मीन पूँजीपतियों को बेच दें। मोदी जी का एक और किसान-विरोधी षड्यंत्र।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 14, 2020
बता दें कि किसानों ने आशंका जताई है कि इन अध्यादेशों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली को खत्म करने का रास्ता साफ होगा और वे बड़े कॉरपोरेट घरानों की ‘दया’ के भरोसे रह जाएंगे. वे इन अध्यादेशों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
इसको लेकर किसान प्रदर्शन भी कर रहे हैं. वहीं शिरोमणि अकाली दल (शिअद)की तरफ से कृषि अध्यादेश को लेकर चिंता जाहिर करने के एक दिन बाद रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विपक्षी दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को चुनौती देते हुए कहा कि अगर शिअद इस मामले में गंभीर है तो वह बीजेपी नीत केंद्र सरकार से अलग होकर दिखाए.