नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से सरकार लगातार दावे कर रही है कि प्रदेश में शांति कायम है. सरकार के दावे पर सवालिया निशान लगाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर में हिंसा की कुछ घटनाओं पर पीएम मोदी से स्थिति साफ करने की मांग की है. इससे पहले शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में भी जम्मू कश्मीर मसले पर एक रिजॉल्यूशन पास किया गया. इसके जरिए पार्टी ने राज्य की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की और विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल को जम्मू कश्मीर जाने देने की मांग उठाई.


कांग्रेस वर्किंग कमिटी ने जम्मू कश्मीर के नेताओं को हिरासत में लिए जाने की भी आलोचना की. जम्मू कश्मीर मसले पर राहुल गांधी ने कहा, ''जम्मू कश्मीर से हिंसा और लोगों के जान जाने की खबरें आ रही हैं. ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि प्रधानमंत्री स्पष्ट तरीके से देश को बताए कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख केन्द्र शासित प्रदेश में क्या हो रहा है.''





वहीं, गृह मंत्रालय और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी ने राज्य की वर्तमान स्थिति पर रुख साफ किया है. उन्होंने कहा कि पिछले छह दिनों में पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई है. पुलिस ने बयान में कहा कि राज्य में शांति है और लोगों को गलत रिपोर्ट पर ध्यान नहीं देना चाहिए. पुलिस ने बताया कि श्रीनगर और आसपास के इलाके में लोग खुशी से ईद की तैयारी कर रहे हैं.


बता दें कि पिछले सप्ताह मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया जो कि राज्य को विशेषाधिकार देता था. अब जम्मू कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केन्द्र शासित प्रदेश हैं. पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि जम्मू कश्मीर में जैसे ही शांति व्यवस्था बहाल होगी इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा. हालांकि, उन्होंने यह बिल्कुल स्पष्ट तौर पर कहा कि लद्दाख केन्द्र शासित प्रदेश ही रहेगा.


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