'मुआवजा और बीमा में फर्क होता है', अग्निवीर अजय कुमार के मुद्दे पर अब राहुल गांधी ने दिया ये तर्क
Agniveer Ajay Kumar: कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार अग्निवीर अजय कुमार के मुआवजे वाले मुद्दे को उठा रहे हैं. सबसे पहले उन्होंने संसद में इस बात को सामने रखा था.
Rahul Gandhi On Ajay Kumar: विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार (05 जुलाई) को एक बार फिर अग्निवीर योजना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा और दोहराया कि अजय कुमार के परिवार को आज तक सरकार से कोई सहायता नहीं मिली है. उनकी ये टिप्पणी अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (एडीजीपीआई) की ओर से 3 जुलाई को बयान जारी करने के बाद आई है जिसमें दावा किया गया है कि अजय कुमार के परिवार को पहले ही 98.39 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है.
अग्निवीर अजय अजय कुमार को मुआवजा दिए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो जारी किया. जिसमें उन्होंने कहा, "शहीद अग्निवीर अजय कुमार जी के परिवार को आज तक सरकार की ओर से कोई मुआवजा नहीं मिला है. ‘मुआवजा’ और ‘बीमा’ में फर्क होता है, शहीद के परिवार को सिर्फ बीमा कंपनी की ओर से भुगतान किया गया है. सरकार की ओर से जो सहायता शहीद अजय कुमार के परिवार को मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली है."
'शहीदों के साथ मोदी सरकार कर रही भेदभाव'
उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा, "देश के लिए जान देने वाले हर शहीद के परिवार का आदर किया जाना चाहिए पर मोदी सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है. सरकार कुछ भी कहे, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और मैं इसे उठाता रहूंगा. INDIA गठबंधन सेना को कभी कमज़ोर नहीं होने देगा."
शहीद अग्निवीर अजय कुमार जी के परिवार को आज तक सरकार की ओर से कोई Compensation नहीं मिला है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 5, 2024
‘Compensation’ और ‘Insurance’ में फर्क होता है, शहीद के परिवार को सिर्फ बीमा कंपनी की ओर से भुगतान किया गया है।
सरकार की ओर से जो सहायता शहीद अजय कुमार के परिवार को मिलनी चाहिए थी वो… pic.twitter.com/FG99h72rhX
अजय कुमार के परिवार ने अग्निवीर योजना बंद करने की मांग की
अजय कुमार के परिवार के सदस्यों ने सरकार से अग्निवीर योजना को बंद करने की मांग की है. अग्निवीर कुमार की बहन ने पूछा, "मेरे भाई ने चार साल की नौकरी के लिए अपनी जान दे दी. जबकि सरकार 1 करोड़ रुपये देने का वादा करती है, क्या कोई परिवार उसके बिना केवल इतनी रकम पर जीवित रह सकता है?"