'...लेकिन यह क्यों हुआ?', संसद सुरक्षा में हुई चूक पर राहुल गांधी का पहला बयान, क्या कुछ बोले?
बुधवार (13 दिसंबर) को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है, पूरे देश में इसको लेकर उबाल है.
Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (16 दिसंबर) को कहा कि इसके पीछे कारण बेरोजगारी और महंगाई हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा में चूक हुई है, लेकिन यह क्यों हुआ? सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का मुद्दा है, जिसे लेकर पूरे देश में उबाल है.’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के कारण हिंदुस्तान के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है.
कब हुई घटना?
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार (13 दिसंबर) को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना हुई थी. लोकसभा की कार्यवाही के समय दोपहर के करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए.
इसके बाद केन के जरिए पीले रंग का धुआं फैला दिया. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया. उसी समय दो अन्य ने संसद के बाहर पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया.
#WATCH | On Parliament security breach incident, Congress MP Rahul Gandhi says, "Why did this happen? The main issue in the country is unemployment. Due to the policies of PM Modi, the youth of the country are not getting employment and the reason behind (this incident) is… pic.twitter.com/iVNrp6xtpv
— ANI (@ANI) December 16, 2023
लोकसभा में कूदने वाले दोनों लोगों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है. दो लोग जो सदन के बाहर थे, उनकी पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.
इसके अलावा इन सब के पीछे मास्टरमाइंड माने जा रहे ललित झा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सभी पांच आरोपी फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं.
विपक्ष की मांग
संसद की सुरक्षा में सेंध के मसले पर विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर है. शुक्रवार को ही संसद की कार्यवाही पूरे दिन नहीं चल सकी. विपक्ष का कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह सदन में जवाब दें. वहीं सरकार का कहना है कि जांच के आदेश दिए गए हैं, ऐसे में इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.