'राहुल गांधी पहले चीन से फंडिंग पर जवाब दें', अनुराग ठाकुर के इस बयान पर कांग्रेस का पलटवार, जानें क्या कुछ कहा?
Congress On Anurag Thakur: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी से पूछा कि तब सवाल क्यों नहीं उठाए जब डोकलाम में भारतीय सैनिक चीन के जवानों से लड़ रहे थे.
Congress On Anurag Thakur: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर कड़ा हमला बोला है. तवांग मुद्दे पर कांग्रेस और राहुल गांधी के पूछे सवालों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमसे सवाल करने से पहले उन्हें राजीव गांधी फाउंडेशन के बारे में जवाब देना चाहिए. पहले ये जवाब दें कि क्या राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से फंडिंग मिलती है?
अनुराग ठाकुर ने आगे सवाल करते हुए कहा कि राहुल गांधी बताएं कि जब डोकलाम मुद्दे पर चीन के सैनिकों से सेना लड़ रही थी तो क्या वो उस दौरान चीन के अधिकारियों के साथ थे? राहुल गांधी ने तब हमारी सेना पर सवाल क्यों नहीं उठाए?
कांग्रेस ने अनुराग ठाकुर के सवाल का दिया ये जवाब...
अनुराग ठाकुर के इस बयान के बाद कांग्रेस के पवन खेड़ा ने कहा, "ये पब्लिक डोमेन में है कि पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन द्वारा लिया गया था. संगठनों को इस तरीके से हर जगह से अनुदान प्राप्त होता है. जिस संगठन के लिए विदेश मंत्री का बेटा काम करता है उसे चीनी दूतावास से तीन बार अनुदान मिला. हमने कोई आरोप नहीं लगाया क्योंकि इस तरह धन जुटाया जाता है."
पवन खेड़ा ने आगे कहा, "आप जवाब दें पीएम मोदी चीन से क्यों डरते हैं? वो उनके सामने अपना मुंह क्यों नहीं खोलते? वो उन्हें क्लीन चिट क्यों देते हैं और हमारे ही जवानों के बलिदान को नकारते हैं और उनका अपमान करते हैं."
It's in public domain that money was taken by Rajiv Gandhi foundation. Orgs receive grants from everywhere in this manner. Org for which EAM's son works received grants from Chinese Embassy thrice. We didn't level any allegations as that is how funds are raised: Pawan Khera, Cong pic.twitter.com/hf9Xc9wICy
— ANI (@ANI) December 19, 2022
मोदी सरकार में आतंक में आयी कमी- अनुराग ठाकुर
सोमवार सुबह केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेसवार्ता करते हुए आतंकवाद पर भी बात की. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद से आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को एजुटत किया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों में 2014 में शांति का दौर शुरू हुआ. हिंसा में 80 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई तो वहीं नागरिकों की मृत्यु में 89 प्रतिशत की कमी आई.
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