Lok Sabha Election 2024: राहुल गांधी बोले- सामने आई तानाशाह की 'सूरत', लोकसभा चुनाव के पहले नतीजे पर छिड़ा बवाल, कांग्रेस ने समझाई क्रोनोलॉजी
Lok Sabha Election: गुजरात की सूरत सीट पर वोटिंग से दो सप्ताह पहले ही आए नतीजे को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. राहुल गांधी ने कहा कि तानाशाह की असली 'सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है.
Lok Sabha Election 2024: गुजरात की सूरत सीट से बीजेपी के उम्मीदवार मुकेश दलाल सोमवार (22 अप्रैल) को निर्विरोध चुन लिए गए. कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने के बाद उन्हें निर्विरोध चुना गया है. हालांकि, अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी प्रत्याशी की जीत पर सवाल उठाए हैं, उन्होंने इस जीत की तुलना तानाशाही से की है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, ''तानाशाह की असली 'सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है. जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है. मैं एक बार फिर कह रहा हूं- यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है.''
जयराम रमेश ने बीजेपी पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने सूरत सीट पर बीजेपी को मिली जीत को एक क्रोनोलॉजी के जरिए समझाया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है. आप क्रोनोलॉजी समझिए. सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने सूरत लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया है. कारण तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी बताया गया है. कुछ इसी तरह का कारण बताकर अधिकारियों ने सूरत से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला के नामांकन को खारिज कर दिया. कांग्रेस पार्टी बिना उम्मीदवार के रह गई है.
लोकतंत्र ख़तरे में है। आप क्रोनोलॉजी समझिए।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 22, 2024
* सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने सूरत लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया है। कारण "तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी” बताया गया है।
* कुछ इसी तरह का कारण बताकर अधिकारियों ने सूरत से… https://t.co/uEnLeCGOG7
डर गई है भाजपा- जयराम रमेश
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. 7 मई 2024 को मतदान से लगभग दो सप्ताह पहले ही 22 अप्रैल, 2024 को सूरत लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार को निर्विरोध जिता दिया गया है. प्रधानमंत्री मोदी के अन्याय काल में MSME मालिकों और व्यवसायियों की परेशानियों और गुस्से को देखते हुए भाजपा इतनी बुरी तरह से डर गई है कि वह सूरत लोकसभा के मैच को फिक्स करने का प्रयास कर रही है. इस सीट को वे लोग 1984 के लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार जीतते आ रहे हैं. हमारे चुनाव, हमारा लोकतंत्र, बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान- सब कुछ भयंकर खतरे में हैं. मैं दोहरा रहा हूं, यह हमारे जीवनकाल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है.
कब होनी थी वोटिंग?
बता दें कि गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर सात मई को मतदान होना था. हालांकि, चुनाव से दो सप्ताह पहले ही सूरत सीट पर बीजेपी का प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिया गया.