Rahul Gandhi: 'चीनी सैनिकों को 4 साल की ट्रेनिंग, अग्निवीर को केवल 6 माह, कैसे करेंगे मुकाबला', राहुल गांधी का मोदी सरकार पर निशाना
Agniveer Yojana: राहुल गांधी ने कहा कि बिना ट्रेनिंग के अग्निवीर, चीनी सैनिकों का सामना करेंगे तो वो अपनी जान दे देंगे. बावजूद इसके सरकार अग्निवीर को 'शहीद का दर्जा' नहीं देगी.
Rahul Gandhi on Agniveer Yojana: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से अग्निवीर योजना को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता ने चीनी सेना के जवानों की ट्रेनिंग का हवाला देते हुए 'अग्निवीर योजना' पर सवाल खड़े किए हैं.
एएनआई के मुताबिक, राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के दोंडाइचा में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान जनसमूह को संबोधित करते हुए यह भी दावा किया कि चीनी सेना के जवानों को 3-4 सालों तक आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह कि अग्निवीरों को मात्र 6 माह का प्रशिक्षण दिया जाता है.
अग्निवीर कैसे करेगा चीनी सेना के जवानों का सामना?
कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि ऐसे में 6 माह की ट्रेनिंग लेने के बाद अग्निवीर कैसे चीनी सेना के जवानों का सामना करेगा? उन्होंने कहा कि अगर उसको (अग्निवीर) चीनी सेना के जवानों का सामना करने लिए खड़ा किया जाता है तो नतीजा क्या निकलेगा. राहुल गांधी ने कहा कि इस स्थिति में बिना ट्रेनिंग के अग्निवीर, चीनी सैनिकों का सामना करेंगे तो वो अपनी जान दे देंगे. बावजूद इसके सरकार अग्निवीर को 'शहीद का दर्जा' नहीं देगी. सरकार कहेगी कि वो 'अग्निवीर' है.
#WATCH | Congress leader Rahul Gandhi during Bharat Jodo Nyay Yatra in Maharashtra's Dondaicha
— ANI (@ANI) March 13, 2024
"...Chinese Army personnel get training to use modern weapons for 3-4 years. If our Agniveers, who are trained for six months, are made to face the Chinese soldiers, can you imagine… pic.twitter.com/cqpkP3YTyf
'अडानी डिफेंस को जाएगा पेंशन का पैसा'
राहुल गांधी ने मोदी सरकार-गौतम अडानी के गठजोड़ को लेकर भी कई गंभीर आरोप लगाए. अग्निवीर योजना लाने के पीछे के मकसद को बताते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इससे पेंशन का पैसा सीधा अडानी डिफेंस को जाएगा. उन्होंने कहा कि पहले हथियारों का निर्माण हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) करती थी, लेकिन अब अडानी डिफेंस अमेरिका और इजरायल के साथ समझौता कर हथियार खरीदती है. उन्होंने आरोप लगाते हुए दावा किया कि इसके बाद अब ट्रेनिंग, पेंशन और रक्षा का सब पैसा एक बिजनेसमैन की जेब में जाएगा.
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