Rahul Gandhi On RSS: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) यह सुनिश्चित करने के प्रयासों में लगा है कि देश में हर कोई इसकी बातों का अंधानुकरण करे. उन्होंने कहा कि प्रतिरोध ही इसका उत्तर है. 


राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हाल में मेघालय में छात्रों के एक समूह से कहा कि भारत की अवधारणा और मजबूत होने के लिए मुश्किल हालात से गुजर रही है.  उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी करते हुए कहा, ‘‘कभी स्वतंत्र विचार एवं अभिव्यक्ति के गढ़ रहे विश्वविद्यालय, अब भय, दमन और आंख मूंद कर आज्ञा का पालन करने के केंद्र में परिवर्तित हो गए हैं.’’


उन्होंने कहा, ‘‘क्या भारत का भविष्य पिंजरे के अंदर अपने पंख फैला सकता है? यही कारण है कि भारतीय छात्रों के लिए राजनीति और प्रतिरोध मायने रखता है. ’’ कांग्रेस नेता जयराम रमेश और कन्हैया कुमार के साथ छात्रों से बातचीत में राहुल गांधी ने पूछा, ‘‘गुलाम क्या है?’’


राहुल गांधी ने क्या कहा?
वीडियो में राहुल गांधी को यह कहते सुना जा सकता है, ‘‘आरएसएस, भारत में यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि हर कोई उनकी बातों का आंख मूंद कर पालन करे. क्या कोई देश ऐसे चल सकता है?’’


उन्होंने दावा किया कि वह छात्रों से उनके विश्वविद्यालय में मिलना चाहते हैं, बंद कमरे में नहीं.


राहुल गांधी ने क्या आरोप लगाया?
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह ने विश्वविद्यालय के मालिक को आदेश दिया कि छात्रों के साथ उनकी (राहुल) बातचीत की अनुमति नहीं दी जाए, क्योंकि वह उन छात्रों से ऐसी बातें कहेंगे जो उन्हें यह सोचने पर विवश कर देंगी कि भारत में क्या हो रहा है?


उन्होंने छात्रों से कहा, ‘‘आंख मूंद कर आदेश का पालन करने का जवाब प्रतिरोध है. ’’


जयराम रमेश ने क्या कहा?
बातचीत के वीडियो का लिंक साझा करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हाल में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने युवा राजनीति, विश्वविद्यालयों में फैले डर और दबाव के माहौल समेत कई मुद्दों पर मेघालय में छात्रों के साथ बातचीत की.’’


इस दौरान राहुल गांधी ने खुलकर छात्रों के सवालों के जवाब दिए. जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी ने जो बात कही वह केवल पूर्वोत्तर पर नहीं, बल्कि पूरे देश के विश्वविद्यालयों पर लागू होती है. 


उन्होंने उस बातचीत से एक छोटी क्लिप भी पोस्ट की, जिसमें एक छात्र ने राजनीति में युवाओं के प्रवेश के संबंध में राहुल गांधी और कन्हैया कुमार से एक सवाल पूछा. इस पर, दोनों नेताओं ने कहा कि जो लोग उन्हें राजनीति में प्रवेश करने से रोक रहे हैं वे उन्हें बताते हैं कि यह गंदी है, लेकिन देश में केवल राजनीति के जरिये बदलाव लाया जा सकता है. 






भारत जोड़ो न्याय यात्रा कहां-कहां से गुजरी?
राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने लगातार 12 दिनों की यात्रा के बाद पूर्व निर्धारित विराम लिया है. यह 28 जनवरी को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में पदयात्रा के साथ फिर से शुरू होगी.


मणिपुर, नगालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से गुजरने के बाद यात्रा पूर्व निर्धारित विराम के लिए दोपहर को रुक गई.  राहुल गांधी मणिपुर से मुंबई तक 6,700 किलोमीटर से अधिक की भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे हैं. 


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