Rahul Gandhi Speech in Wayanad: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार (11 अप्रैल) को वायनाड में जनसभा को संबोधित करते बीजेपी (BJP) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 50 बार मेरे घर को ले लो, मैं वायनाड और भारत के लोगों के मुद्दे को उठाते रहूंगा. चार साल पहले मैं यहां आया और आपका सासंद बना. मेरे लिए कैंपेन एक अलग तरह का कैंपेन था. वो सोचते हैं कि मेरे घर पर पुलिस भेजकर या मेरे घर को लेकर मुझे डरा देंगे, लेकिन मैं खुश हूं कि उन्होंने मेरा घर लिया.
राहुल गांधी ने कहा कि सांसद तो बस एक टैग है. यह एक पद है इसलिए बीजेपी टैग हटा सकती है, वे पद ले सकते हैं, वे घर ले सकते हैं और वे मुझे जेल में भी डाल सकते हैं, लेकिन वे मुझे वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने से नहीं रोक सकते हैं. मैंने संसद में पीएम मोदी से एक उद्योगपति को लेकर सवाल पूछा कि अडानी के साथ अपने रिश्ते को एक्सप्लैन करें. पहली बार आपने देखा कि सरकार ही संसद को नहीं चलने दे रही थी. कुछ भी हो जाए, लेकिन मैं रुकने वाला नहीं हूं.
अयोग्य घोषित किये जाने के बाद पहली बार वायनाड पहुंचे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किये जाने के बाद मंगलवार को पहली वायनाड पहुंचे थे. उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थीं. कलपेट्टा में राहुल गांधी के स्वागत के लिए यूडीएफ के नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में लोग जुटे थे.
सरकारी आवास किया था खाली
राहुल गांधी ने यहां रोड शो भी निकाला. राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने और सजा सुनाए जाने के बाद पिछले महीने वायनाड से सांसद के तौर पर अयोग्य घोषित कर दिया गया था. जिसके बाद उन्हें सरकार बंगला भी खाली करने का आदेश दिया गया था. उन्होंने इस आदेश का पालन करते हुए अपना सरकारी आवास खाली कर दिया था और अपनी मां सोनिया गांधी के आवास पर शिफ्ट हो गए थे.
प्रियंका गांधी ने भी केंद्र पर किया हमला
इस जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि पूरी सरकार सिर्फ एक आदमी गौतम अडानी को बचाने के लिए हमारे लोकतंत्र को नीचे गिराने की कोशिश कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी गौतम अडानी का बचाव करने के लिए जिम्मेदार महसूस करते हैं, लेकिन उन्हें भारत के लोगों के प्रति कोई जिम्मेदारी महसूस नहीं होती है.
राहुल गांधी के सरकारी आवास खाली करने पर प्रियंका गांधी ने भावुक होकर कहा कि मैं राहुल के घर में उनका फर्नीचर पैक कर रही थी. मैं ये सोच रही थी कि कुछ साल पहले मेरे बच्चों और पति ने मुझे अपना घर बदलने में मदद की थी, लेकिन मेरे भाई के पास उसकी मदद के लिए अपना परिवार नहीं है.
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