नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी कार्यकर्ताओं के हाथ को 'शक्ति' देने वाले हैं. दरअसल अपने जमीनी कार्यकर्ताओं को पार्टी की गतिविधियों से सीधा जोड़ने के लिए कांग्रेस ने 'प्रोजेक्ट शक्ति' शुरू किया है. इसके जरिए पार्टी कार्यकर्ता एक खास नम्बर पर अपने वोटर कार्ड का नम्बर मैसेज करके रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसके बाद उन्हें न सिर्फ पार्टी के कार्यक्रमों और तमाम अपडेट्स की सीधी जानकारी मिलेगी बल्कि कार्यकर्ता अपनी बात पार्टी नेतृत्व यानी राहुल गांधी तक भी पहुंचा पाएंगे.



2019 की है तैयारी


इस प्रोजेक्ट को दिल्ली और राजस्थान से शुरू किया जा रहा है. जहां दिल्ली में कोर्ट की हरी झंडी मिलते ही विधानसभा की 20 सीटों पर उपचुनावों का एलान हो सकता है, वहीं राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. वैसे ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ राहुल गांधी के मिशन 2019 की तैयारियों में एक अहम कदम के तौर पर देखा जा रहा है.


ये काफी महत्वपूर्ण राजनीतिक औजार साबित होगी: अजय माकन


दिल्ली के कार्यकर्ता 9223113333 पर अपना वोटर कार्ड नम्बर मैसेज करके रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने इसका एलान करते हुए कहा कि 7 से 17 मार्च के बीच 1 लाख कार्यकर्ताओं को रजिस्टर करवाने का लक्ष्य है. माकन ने कहा कि कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की ये रणनीति पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण राजनीतिक औजार साबित होगी.


हाल ही में राहुल गांधी ने बनाया है डाटा डिपार्टमेंट


दरअसल हाल में ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक डाटा डिपार्टमेंट बनाया है. ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ की पूरी जिम्मेदारी इसी विभाग की है. कांग्रेस डाटा विभाग के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती ने प्रोजेक्ट के बारे में बताया कि अपने मोबाइल नम्बर से जैसे ही कोई कार्यकर्ता अपना वोटर कार्ड नम्बर मैसेज करेगा वैसे ही उसका पता, बूथ आदि जानकारी पार्टी के पास पहुंच जाएगी. रजिस्टर करवाने वाले कार्यकर्ताओं को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा जाएगा और उनके पास जानकारियां पहुंचाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि इस प्लेटफॉर्म को आगे वेबसाईट या मोबाइल ऐप का रूप भी दिया जा सकता है जिससे कार्यकर्ताओं को अपनी बात सीधा कांग्रेस नेतृत्व तक पहुंचाने का मौका मिलेगा. डाटा टीम सीधा राहुल गांधी को ही रिपोर्ट करती है.


SHAKTI - सिस्टम फॉर हायरकी एडमिनिस्ट्रेशन नॉलेज ट्रांसफर एंड इन्फॉर्मेशन


प्रोजेक्ट के नाम के बारे में चक्रवर्ती ने बताया कि दरसअल ये SHAKTI का संक्षेप है जिसका फुल फॉर्म है- सिस्टम फॉर हायरकी एडमिनिस्ट्रेशन नॉलेज ट्रांसफर एंड इन्फॉर्मेशन. उन्होंने ये भी कहा कि वोटर कार्ड नम्बर एक सार्वजनिक सूचना है और इसे साझा करने से निजता का उल्लंघन नहीं होता. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ बीजेपी के 'मिस कॉल अभियान' से प्रेरित नहीं है बल्कि उसके मुकाबले कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी करने का कहीं बेहतर और अनूठा तरीका है.


जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की डाटा टीम के पास लगभग 84 करोड़ वोटरों का डाटा बेस है. इसी से कार्यकर्ताओं की डिटेल पार्टी के पास आ जाएगी. साथ ही अगर कोई बाहरी व्यक्ति रजिस्ट्रेशन करवाना चाहेगा तो उसकी डिटेल को खंगाल कर उसे बाहर भी कर दिया जाएगा.


प्रोजेक्ट शक्ति के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो मैसेज भी जारी किया है जिसमें वो कार्यकर्ताओं को 'शक्ति' की अहमियत बताते हुए इससे जुड़ने की अपील कर रहे हैं. जाहिर है नए अध्यक्ष के नेतृत्व में 2019 की बड़ी लड़ाई से पहले कांग्रेस नए-नए बदलाव कर रही है. इससे पार्टी को कितनी शक्ति मिलेगी और ये कितने कारगर होंगे ये तो वक्त बताएगा.