China Controversy: चीन को लेकर दिए बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी चौतरफा घिर गए हैं. बीजेपी के कई नेता राहुल गांधी से सीधे तौर पर सवाल पूछ रहे हैं. अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के कुछ दिनों बाद राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया, जिस पर भाजपा ने पलटवार किया है.
राहुल गांधी ने कहा, "चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, लेकिन भारत सरकार स्थिति की गंभीरता को समझे बिना गहरी नींद में है. चीन की तैयारी केवल घुसपैठ के लिए नहीं थी, बल्कि पूर्ण पैमाने पर युद्ध के लिए थी." राहुल के इस बयान पर राजस्थान के भाजपा नेता राजेंद्र राठौर ने कहा, "एक तरफ आतंकवाद का पोषक पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो पीएम मोदी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करते हैं, वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी देश के जवानों के शौर्य व पराक्रम पर बार-बार प्रश्नचिन्ह उठाते हैं. ऐसी निम्न स्तर की टिप्पणियों से इनका चरित्र देश के समक्ष उजागर हो रहा है."
बीजेडी ने भी किया कांग्रेस पर वार
ओड़िसा के गृह मंत्री तुषार कांती बेहेरा ने कहा, "राहुल गांधी की सेना पर टिप्पणी ठीक नहीं है. सेना हमारी शान है. पाकिस्तान भारत के राज्यों को अलग न समझे, देश के लिए हम सब एक हैं."
चीनियों के प्यार में राहुल ने सभी सीमाओं को किया पार
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "चीन के लिए अपने प्यार में राहुल गांधी ने सभी सीमाओं को पार कर दिया है. वीडियो की सत्यता के बावजूद उनका कहना है कि भारतीय सैनिकों को चीनियों ने पीटा है. कोई भारत और भारतीय सेना से इतनी नफरत कैसे कर सकता है?"
कांग्रेस सरकार में हमारे सैनिकों के सिर काटकर ले जाते थे दुश्मन
भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने राहुल गांधी के बयान पर कहा, "दुनिया में कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ जो भारतीय सैनिकों को पीट सके, निश्चित रूप से उनके शासन काल का याद होगा जब छोटे-छोटे देश के सैनिक आते थे और हमारे सैनिकों का सर काटकर ले जाते थे. ये मोदी सरकार है, जिसने भारत की आन बान में गुस्ताखी की उसको घर में घुसकर मारा है."
अधीर रंजन चौधरी ने राहुल का बचाव कर भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "विपक्ष की तरफ से अगर किसी को सचेत किया जाता है तो क्या ये गुनाह है? चीन ने क्या घुसपैठ नहीं किया? अगर नहीं किया तो 16 दफे बातचीत क्यों जारी है?" साथ ही उन्होंने कहा, "राजनाथ सिंह जी जब सदन में आकर बयान देना शुरू किया, तो मैंने पूछा 9 तारीख की घटना को आज क्यों बता रहे हैं? अगर कुछ नहीं हुआ तो क्यों नार्थ ईस्ट में राफेल को तैनात किया जाता है ? इसका मतलब तो यही है की चीन कुछ कहना चाहते है. गलवान में चीनियों ने दिखा दिया उन पर भरोसा करना सही नहीं है. इस मुद्दे पर राहुल गांधी अगर सचेत होने की बात करते है तो सरकार को बुरा क्यों लगता है?"
यह भी पढ़ें: अरुणाचल के तवांग में चीन के साथ तनातनी के बीच PM मोदी का नॉर्थ-ईस्ट दौरा, अमित शाह भी रहेंगे मौजूद