अहमदाबाद: कांग्रेस को गुजरात चुनावों में जीत दिलाने के लिए जी-तोड़ मेहनत में जुटे राहुल गांधी जब सोमनाथ मंदिर पहुंचे तो बीजेपी के निशाने पर आ गए. उनके 'धर्म' पर खूब हंगामा हो रहा है लेकिन राहुल मैदान में डटे हुए हैं. वे गुरुवार को फिर से श्री स्वामीनारायण गोपीनाथ जी के मंदिर में दर्शन करने पहुंचे.


गुजरात के बोटाद जिले में स्थित इस मंदिर में ईश्वर के दर्शनों के बाद राहुल गांधी ने एक रैली को भी संबोधित किया. रैली में राहुल ने बेहद जोरदार तरीके से बीजेपी पर सियासी हमला बोला और मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया.


उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में किसानों को मूंगफली और कपास का न्यून्यतम समर्थन मूल्य आज से अधिक दिया जाता था. राहुल गांधी ने किसानों से वादा किया कि अगर गुजरात में कांग्रेस की सरकार आती है तो 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा.


हर गुजराती पर 37,000 का कर्ज क्यों?


राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब. गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्री जी से दूसरा सवाल: 1995 में गुजरात पर कर्ज़- 9,183 करोड़. 2017 में गुजरात पर कर्ज़-2,41,000 करोड़. यानी हर गुजराती पर 37,000 रुपये का कर्ज़. आपके वित्तीय कुप्रबन्धन व पब्लिसिटी की सज़ा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?''


50 लाख घर देने में क्या 45 साल लगेंगे?


आपको बता दें पहले भी राहुल गांधी ने ऐसे ही ट्वीट में प्रधानमंत्री के 50 लाख घर देने के वादे पर सवाल उठाए थे. कल राहुल ने ट्वीट किया था, ''22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब. गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्री जी से पहला सवाल: 2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे, 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर. प्रधानमंत्री जी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे?''


प्रधानमंत्री का जवाब- लूटने वाले हिसाब मांग रहे


राहुल गांधी के ट्वीट का जवाब प्रधानमंत्री ने गुजरात के मोरबी में रैली के दौरान दिया. उन्होंने कहा, ''जनता की तिजोरी पर डाका डालने वाले आज अर्थशास्त्री बन गए हैं. देश में 70 साल देश पर एक ही परिवार ने राज किया, इसका हिसाब नहीं दे रहे हैं. हम जनता को लूटने वालों से हिसाब ले रहे हैं.''