नई दिल्लीः चुनाव में करारी हार की वजह से राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश किए एक महीना हो रहा है लेकिन अब तक इस मुद्दे पर असमंजस बरकरार है. पद छोड़ने पर अड़े राहुल गांधी को मनाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन राहुल अपने फैसले पर पुनर्विचार को तैयार नहीं है. इस वजह से जहां एक तरफ कांग्रेस हाई-कमांड के नजदीकी नेता नए कांग्रेस अध्यक्ष के चेहरे को लेकर माथापच्ची कर रहे हैं वहीं राहुल गांधी से बने रहने की गुजारिश भी बसदस्तूर जारी है.
इसी कड़ी में 26 जून को युवा कांग्रेस के देश भर से आए कार्यकर्ता राहुल गांधी के घर पर इकट्ठे होंगे और उनसे इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध करेंगे. इससे पहले दिल्ली कांग्रेस भी शीला दीक्षित के नेतृत्व में इसी मांग को लेकर राहुल के सरकारी आवास पर प्रदर्शन कर चुकी है.
सूत्रों के मुताबिक राहुल को मनाने के लिए जल्द कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई जा सकती है. इस बीच राहुल गांधी ने पार्टी प्रभारियों से मुलाकात शुरू कर दी है, राहुल पार्टी प्रभारियों से चुनाव नतीजों की समीक्षा पर चर्चा करेंगे. लगातार तीसरे दिन राहुल छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया और राज्य के नेताओं से मिलेंगे.
कांग्रेस नेताओं ने नहीं छोड़ी है उम्मीद
जानकारी के मुताबिक चुनावी राज्य महाराष्ट्र के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे से 26 जून और दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको से 28 जून को राहुल मिलेंगे. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि राहुल ने फिर से कमान संभाल ली है लेकिन कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल की नाराजगी दूर नहीं हुई है.
बहरहाल, कांग्रेस नेताओं ने उम्मीद नहीं छोड़ी है. राहुल के घर पर प्रदर्शन को लेकर यूथ कांग्रेस में तैयारी चल रही है. देश भर से बड़ी संख्या में यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता राहुल के घर जुटने वाले हैं. यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव यादव ने एबीपी न्यूज से कहा कि "पूरे देश के युवा इकट्ठे हो रहे हैं और हम सब 12 तुगलक लेन (राहुल गांधी का घर) जाएंगे. हम राहुल जी ये अपील करेंगे कि देश के युवा आपके साथ है उन्हें हमारा नेतृत्व करना चाहिए. इस लड़ाई को राहुल जी के नेतृत्व में जीता जाएगा."
केशव यादव ने कहा कि "ये कोई प्रदर्शन नहीं है, देश भर के युवाओं के तरफ से राहुल गांधी के समक्ष एक निवेदन है कि आप अपने पद पर बने रहें". सूत्रों के मुताबिक यूथ कांग्रेस राहुल गांधी के नाम एक लिखित अपील (चिट्ठी) की भी तैयारी कर रहा है.
अशोक गहलोत के नाम पर अटकलें तेज
जहां तक राहुल गांधी का सवाल है कि तो अशोक गहलोत के भावी अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर अटकलों पर पिछले दिनों पूछे गए सवाल पर राहुल ने कहा था कि अध्यक्ष के चयन में उनकी भूमिका नहीं है और पार्टी इस बाबत फैसला लेगी.
जाहिर है राहुल ने इस बात पर खुद मुहर लगा दी कि कांग्रेस में नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा चल रही है. सूत्रों के मुताबिक राहुल ने पार्टी के सामने ये शर्त भी रखी है कि अगला अध्यक्ष गांधी परिवार के बाहर का हो. ऐसे में नए कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर अशोक गहलोत से लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह और मुकुल वासनिक तक के नामों पर कयास लगाए जा रहे हैं.
हार के बाद राहुल कर चुके हैं विदेशी दौरा
आपको ध्यान होगा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के फौरन बाद 25 मई को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में राहुल ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इस्तीफे को खारिज कर दिया था और राहुल से पार्टी पुनर्गठन का अनुरोध किया था.
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक राहुल ने पद छोड़ने को लेकर अपना फैसला नहीं बदला है. इस बीच राहुल ने इक्का दुक्का अपवादों को छोड़ कर पार्टी नेताओं से मिलना बंद कर दिया था. हालांकि उन्होंने 30 जून को कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की और मोदी सरकार के शपथ ग्रहण में शामिल हुए. बीच में उन्होंने वायनाड लोकसभा क्षेत्र की जनता का धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए केरल का दौरा किया. इसके बाद राहुल एक हफ्ते के लिए कथित तौर पर देश के बाहर छुट्टियों पर गए.
छुट्टी से लौट कर उन्होंने संसद सत्र में भाग लेना शुरू किया और 19 जून को आपने जन्मदिन के मौके पर पार्टी दफ्तर भी पहुंचे. बड़ी बात ये है कि राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से मुलाकात करना शुरू कर दिया है. 19 जून को उन्होंने घर पर सिद्धारमैया से और फिर पार्टी दफ्तर में नेताओं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.
छत्तीसगढ़ के CM से मिलेंगे राहुल गांधी
20 जून को छत्तीसगढ़ में संगठन और सरकार में नियुक्तियों को लेकर राहुल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात की. इससे संकेत ये गया कि राहुल ने फिर से बतौर अध्यक्ष काम करना शुरू कर दिया है.
लेकिन, इस बीच कांग्रेस की तरफ से जो कुछ फैसले लिए गए उनकी प्रेस विज्ञप्ति पर राहुल गांधी का नाम नहीं था. जाहिर है कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर असमंजस बरकरार है. हालांकि शरद पवार से लेकर पीएल पुनिया तक तमाम नेताओं ने राहुल से कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर बने रहने का आग्रह किया है.
इन सब के बीच पार्टी आधिकारिक तौर पर यही कहती रही है कि राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष थे, हैं और रहेंगे. दूसरी तरफ तमाम प्रदेशों की कांग्रेस कमिटियों ने प्रस्ताव पास कर राहुल से इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया है.
इस मांग को लेकर राहुल गांधी के घर पर अनशन से लेकर प्रदर्शन तक हो चुके हैं और इसी तरह के एक बड़े प्रदर्शन की तैयारी यूथ कांग्रेस भी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक जल्द ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हो सकती है जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर स्थिति साफ होने की उम्मीद है.
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