राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा, कहा- ‘अन्नदाताओं की पूंजी हो रही साफ, सूट-बूट वाले दोस्तों का कर्जा माफ’
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार किसानों के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं और मोदी सरकार पर निशाना भी साध रहे हैं. इसी कड़ी में राहुल गांधी ने एक और ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, ‘ अपने सूट-बूट वाले दोस्तों का 87,5000 करोड़ का कर्ज माफ करने वाली मोदी सरकार अन्नदाताओं की पूंजी साफ करने में लगी हुई है.'
केंद्र सरकार के नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में 54 दिन से किसान डटे हुए हैं. अन्नदाताओं और सरकार के बीच अब तक कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. वहीं विपक्षी पार्टियां भी किसानों का पूरा समर्थन कर रही हैं. कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार किसानों के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं और मोदी सरकार पर निशाना भी साध रहे हैं. इसी कड़ी में राहुल गांधी ने एक और ट्वीट किया है.
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि, ‘ अपने सूट-बूट वाले दोस्तों का 87,5000 करोड़ का कर्ज माफ करने वाली मोदी सरकार अन्नदाताओं की पूंजी साफ करने में लगी हुई है.’ इस ट्वीट को एक वीडियो के जरिए पेश किया गया है. वीडियो में एक ग्राफ के जरिए इस बात को समझाया गया है.
अपने सूट-बूट वाले दोस्तों का 875000 करोड़ क़र्ज़ माफ़ करने वाली मोदी सरकार अन्नदाताओं की पूंजी साफ़ करने में लगी है। pic.twitter.com/p6qL0bifQW
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 18, 2021
लगातार ट्वीट कर रहे हैं राहुल गांधी
बता दें कि इससे पहले भी राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया था. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि, ’60 से ज्यादा अन्नदाता की शहादत से मोदी सरकार शर्मिंदा नहीं हुई लेकिन ट्रैक्टर रैली से इन्हें शर्मिंदगी हो रही है. गौरतलब है कि राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट कर रहे हैं. लगभग हर रोज उनका एक ट्वीट सामने आता है, जिसमे वे सीधे प्रधानमंत्री मोदी या फिर उनकी सरकार पर सवाल उठाते हैं.
60 से ज़्यादा अन्नदाता की शहादत से मोदी सरकार शर्मिंदा नहीं हुई लेकिन ट्रैक्टर रैली से इन्हें शर्मिंदगी हो रही है!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 13, 2021
संयुक्त किसान मोर्चा में फूट पड़ती आ रही नजर
दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन का आज 54वां दिन है. सरकार के साथ किसानों अगले दौर की वार्ता कल होनी है. इस बीच एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि क्या समय बीतने के साथ अब किसानों की एकता टूट रही है? किसानों के आंदोलन में विपक्ष का साथ लेने के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा में फूट पड़ती नजर आ रही है. इस विवाद की शुरुआत हरियाणा के बड़े किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी की तरफ़ से कल दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में बुलाई गई बैठक से हुई. इसमें कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और उदित राज समेत आम आदमी पार्टी और अकाली दल डेमोक्रेटिक के नेता भी शामिल हुए. चढ़ूनी पर आरोप है कि उन्होंने किसान आंदोलन में राजनीतिक दलों का समर्थन मांगा, इससे संयुक्त किसान मोर्चा नाराज़ है. संयुक्त किसान मोर्चा ने चढ़ूनी के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए एक कमेटी बना दी है. सूत्रों के मुताबिक़ चढ़ूनी को संयुक्त किसान मोर्चा से सस्पेंड किया जा सकता है.
सुप्रीम कोर्ट में किसानों के ट्रैक्टर मार्च की सुनवाई टली
इधर 26 जनवरी को किसान दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकालने पर अड़े हुए हैं लेकिन दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा का हवाला देते हुए इसकी अनुमति नहीं दी है. सुप्रीम कोर्ट में आज इस पर होने वाली सुनवाई टल गई है. अगली सुनवाई 20 जनवरी को होगी. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर मार्च रैली को रोकने के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की है.
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