नई दिल्ली: फेसबुक हेड स्पीच मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा कि फेसबुक की तुरंत जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर सजा मिलनी चाहिए.


राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भारत के लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव पर फेसबुक और वॉट्सऐप के हमले को पूरी तरह से उजागर किया है. उनकी तुरंत जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर सजा दी जानी चाहिए." उन्होंने कहा कि किसी को भी हमारे देश के मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.





वॉल स्ट्रीट जर्नल की नई रिपोर्ट में क्या दावा है?
दरअसल अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि जब चुनावों में कांग्रेस की हार हुई थी तो भारत में फेसबुक के एक शीर्ष पदाधिकारी ने आंतरिक कार्यालयी संवाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खूब तारीफ की थी और कहा था कि यह तीस साल की कड़ी मेहनत का परिणाम है. फेसबुक पर इस नए खुलासे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है.


बता दें कि अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने एक ताजा रिपोर्ट में बड़ा किया है. इसके मुताबिक जब प्रधानमंत्री मोदी सत्ता में आए थे और कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई थी, उस वक्त कंपनी की बड़ी अधिकारी ने 'आंतरिक कार्यालयी संवाद' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की थी. रिपोर्ट के मुताबिक इस अधिकारी ने कहा था कि पीएम मोदी का सत्ता में आना, तीस साल की कड़ी मेहनत का परिणाम है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब इसी रिपोर्ट को लेकर सरकार पर हमलावर हैं.


कांग्रेस ने जकरबर्ग को लिखी थी चिट्ठी
बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगा कर फेसबुक और व्हाट्सएप पर हमले तेज करते हुए कांग्रेस ने फेसबुक के सीईओ को चिट्ठी लिखकर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. प्रतिष्ठित अमरीकी पत्रिका टाइम में छपी खबर के आधार पर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि व्हाट्सएप पर पेमेंट सुविधा का लाइसेंस पाने के लिए फेसबुक ने बीजेपी के चुनाव प्रचार से जुड़े व्यक्ति को भारत में व्हाट्सएप का आला अधिकारी बनाया हुआ है.


बता दें कि एक विदेशी अखबार की रिपोर्ट में बीते दिनों फेसबुक पर बीजेपी को लेकर नरम रुख अपनाने की बात कही गई थी. इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी फेसबुक और सरकार दोनों पर हमलावर है.